इसके बाद चयन बोर्ड पर ही सवाल खड़े हो गए हैं। बोर्ड ने अब शिक्षा विभाग पर पल्ला झाड़ दिया है। शिक्षा विभाग इन अभ्यर्थियों की जांच करेगा। सैकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती पेपर लीक के सरगना भूपेन्द्र सारण के तार पीटीआई भर्ती से जुड़े मिले हैं। पीटीआई भर्ती में सारण की दोस्त प्रियंका का भी चयन हो गया था। बाद में बोर्ड ने प्रियंका का परिणाम रोक दिया। प्रियंका के पास भी चूरू की एक यूनिवर्सिटी की डिग्री मिली थी। जाहिर है कि सारण ने ही प्रियंका को फर्जी डिग्री उपलब्ध कराई।
पीटीआई भर्ती में फर्जी डिग्रीधारी हैं, इसकी शिकायत हमने लगातार की। बोर्ड ने इसकी पुष्टि भी कर दी। यहां तक परिणाम भी रोक दिया। अब शिक्षा विभाग राज्य स्तर पर कमेटी गठित कर इनकी जांच कराए। उपेन यादव, राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ
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बोर्ड ने इन अभ्यर्थियों का परिणाम क्यों रोका इसकी जानकारी नहीं है, लेकिन हम पूरी गहनता से इन अभ्यर्थियों की डिग्री की जांच कराएंगे। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाएगी। कानाराम, निदेशक, माध्यमिक शिक्षा
इन अभ्यर्थियों की डिग्री पर संशय था। इसीलिए परिणाम रोका, लेकिन हमारे पास पर्याप्त संसाधन नहीं हैं। बोर्ड ने शिक्षा विभाग को विशेष जांच के लिए पत्र लिखा है। शिक्षा विभाग ही जांच कराएगा। हरिप्रसाद शर्मा, चेयरमैन राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड
300 के पास 12 यूनिवर्सिटी की डिग्री
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने 12 यूनिवर्सिटी की डिग्री पर सवाल खड़े किए थे। 300 अभ्यर्थियों के पास इन्हीं 12 विवि की डिग्री है, लेकिन बोर्ड का तर्क है कि उनके पास जांच के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं हैं। ऐसे में शिक्षा विभाग ही इनकी जांच कराएगा। सवाल है कि विभाग ने अगर जांच में चूक की तो इन अभ्यर्थियों को नियुक्ति मिल जाएगी। चयन बोर्ड ने शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर विशेष जांच के लिए कहा है।
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चयन बोर्ड-शिक्षा विभाग पर उठे सवाल
बोर्ड मान रहा है कि अभ्यर्थियों की डिग्री फर्जी है तो फिर परिणाम जारी क्यों किया
शिक्षा विभाग सामान्य जांच क्यों करा रहा, जबकि विशेष जांच होनी चाहिए
भूपेन्द्र सारण से कनेक्शन सामने आने के बाद भी बोर्ड और शिक्षा विभाग मौन क्यों?
बोर्ड ने 12 यूनिवर्सिटी की डिग्री की जांच के लिए पत्र लिखा, उसका शिक्षा अधिकारियों को पता ही नहीं