‘पेपर आरपीएससी की गोपनीय शाखा से लीक हुआ’
पेपर लीक मामले ने सियासी तूल पकड़ गया है। राजस्थान में कई जगह परीक्षा को लेकर विरोध प्रदर्शन किए गए और सरकार को घेरा गया। भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने अजमेर पहुंचकर राजस्थान लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष संजय कुमार श्रोत्रिय से मुलाकात की। किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि पेपर गोपनीय शाखा से लीक हुआ है। दो दिन बाद मैं खुद इसका प्रमाण दूंगा।
पेपर लीक होने पर क्या बोले सीएम गहलोत
पेपर लीक होने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बयान भी सामने आया है। सीएम ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि मैं परीक्षार्थियों को होने वाली परेशानी महसूस कर सकता हूं, लेकिन अनुचित तरीके से परीक्षा पास करने के मंसूबे पाले लोगों का चयन नहीं होने दूंगा। राजस्थान में केवल महेनती बच्चों को ही उनका हक मिलेगा। सीएम ने अभ्यर्थियों से कहा कि वे किसी के बहकावे में आने के बजाय अपनी तैयारी करें। सीएम ने कहा कि बाकी परीक्षाएं यथावत जारी रहेंगी। दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी।
धरा गया मास्टरमाइंड सुरेश विश्नाेई
उदयपुर पुलिस ने गड़बड़जाले का पर्दाफाश किया। जालौर से आ रही बस में सवार 40 अभ्यर्थी और 7 अन्य को पकड़ा गया, जिनके पास से मिले पेपर ओरीजनल पेपर के सवालों से मिलते- जुलते सवाल थे। बस में बैठे अधिकांश आरोपी जालौर और सिरोही समेत अलग-अलग क्षेत्र के रहने वाले बताए जा रहे हैं। पुलिस ने पूछताछ के बाद बताया कि यह पेपर 10 लाख में बेचा गया। पेपर लीक का मास्टरमाइंड सरकारी अध्यापक सुरेश विश्नाेई बताया जा रहा है। सुरेश विश्नोई के साथ पकड़ा गया उसका एक अन्य साथी भजनलाल डॉक्टर है।