संवाददाता: जो पेपर आज लीक हुआ है, क्या वह आपके पास आ गया था?
अभ्यर्थी: आज वाला नहीं आया, लेकिन 21 वाला जरूर आया था।
संवाददाता: मतलब, उस दिन का पेपर भी लीक हुआ था?
अभ्यर्थी: मैं आपको पूरी बात बताता हूं। 21 दिसम्बर को सामाजिक विज्ञान का पेपर था। पहली पारी का पेपर 9 बजे था। सुबह 7.55 बजे एक अंजान नंबर से वाट्सऐप कॉल आया। फोन उठाते ही एक व्यक्ति ने बोला कि उसके पास दोनों पारियों का सॉलव्ड पेपर हैं।
संवाददाता: फिर उस व्यक्ति ने क्या कहा?
अभ्यर्थी: वह व्यक्ति बोला कि पहली पारी का पेपर भेज रहा हूं। परीक्षा में मिलान कर लेना और फिर दूसरी पारी का पेपर भी भेज दूंगा। इसके लिए 15 लाख रुपए देने होंगे।
संवाददाता: दो घंटे में 15 लाख का इंतजाम कैसे होगा?
अभ्यर्थी: यहीं मैंने भी पूछा। इस पर वह व्यक्ति बोला कि परीक्षा से पहले परीक्षार्थी को मूल दस्तावेज (10वीं-12वीं की मार्कशीट व अन्य) और 15 लाख का चेक देना होगा। तीन दिन के भीतर आधी रकम (7.5 लाख) देनी होगी और मूल दस्तावेज लौटा दिए जाएंगे। बाकी रकम नौकरी लगने पर देनी होगी।
संवाददाता: फिर क्या किया?
अभ्यर्थी: मैंने उससे कहा कि मैं तुम्हारी बात क्यों मानूं? इस पर वह बोला कि आप पहली पारी के सैम्पल पेपर से मिलान कर लेना। तभी दूसरी पारी का लेना। पहली पारी के पेपर का चार्ज नहीं लगेगा।
संवाददाता: क्या उसने पहली पारी का पेपर भेजा?
अभ्यर्थी: बिल्कुल, उसने पहली पारी का पेपर भेजा। जो कि हूबहू मिला। जिसे देखकर मैं डर गया।