आगरा रोड की तरफ से 2.5 किमी आगे खोरी रोपाड़ा के पास। दूसरा टोल प्लाजा
टोंक रोड-फागी रोड के बीच दादिया के पास होगा। खुद की जेब भरेगा जेडीए, जनता की चिंता नहीं
350 करोड़ रुपए बनते हैं इस आधार पर
8% वृद्धि होगी हर वर्ष इसमें
10 वर्ष में जेडीए के खाते में 515 करोड़ रुपए आएंगे
वैकल्पिक रोड ही बंद करने का एमओयू
रिंग रोड में टोल से मिलने वाली कमाई कम न हो, इसके लिए एमओयू में शर्त जोड़ी है। इसके तहत जेडीए को सुनिश्चित करना होगा कि कोई वैकल्पिक रास्ता न हो, जिससे टोल राजस्व प्रभावित होता हो।
सरकार की मंशा रही है कि वाहन चालक अजमेर रोड या आगरा रोड से टोंक रोड तक जाना चाहे तो वह बिना टोल चुकाए नहीं जा पाए। राज्य सरकार चाहती तो एमओयू में एनएचएआई को एक ही टोल प्लाजा लगाने के लिए रजामंद कर सकती थी क्योंकि 47 किलोमीटर में दो टोल कुछ ही जगह होंगे। शहर इलाके में तो ऐसा है ही नहीं।