पहले हाथी सवारी की दरें 2500 रुपए थी। इस तरह अब एक हजार रुपए कम देने होंगे। पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के निदेशक डॉ. पंकज घरेन्द्र ने बताया कि कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के शासन सचिव रवि जैन की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में आमेर महल में हाथी सवारी की दर 1500 रुपये निश्चित किए जाने का निर्णय लिया गया है। साथ ही, हाथी सवारी दरों में प्रतिवर्ष 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी एवं 5 वर्ष पश्चात् इसकी समीक्षा करने की सहमति दी गई है। यह दरें 10 जनवरी से प्रभावी होंगी।