कैंसर की बामारी का उन्होंने कई डॉक्टरों से इलाज लिया। देश-विदेश तक के डॉक्टरों से इलाज लिया। लेकिन कोई फायदा नहीं मिला। लंबे समय तक बीमारी से जैदी ने लड़ाई लड़ी।
जैदी को आज कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। आईपीएस जैदी का जयपुर में यातायात सहित प्रदेश में कई अहम पदों पर योगदान रहा है। खुशमिज़ाज हैदर के निधन से उनके चाहने वाले स्तब्ध और दुखी हैं।
खास बात है कि पूर्व आईपीएस हैदर अली जैदी बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता रहे इरफान खान से गहरी दोस्ती थी। इरफान मूल रूप से टोंक के रहने वाले थे। बाद में उनका परिवार जयपुर के परकोटा में आकर बस गया। हैदर अली जैदी उनके पड़ोसी और स्कूल-कॉलेज के साथी भी थे।