भिक्षावृत्ति कर रहे लोगों को रेसक्यू कर पुनर्वास के लिए भिजवाया
पुलिस कमिश्नरेट और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, श्रम विभाग एवं कौशल विकास निगम ने संयुक्त रुप से अभियान के तहत एक नई पहल कर भिक्षावृत्ति कर रहे लोगों को रेसक्यू कर पुनर्वास के लिए भिजवाया।
पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि पूर्व में भिक्षावृत्ति कर रहे ढाई हजार लोगों का सर्वे कर उन्हें चिन्हित किया गया था। फिर उनकी काउंसलिंग की गई। सड़कों पर गरीब, निर्धन, निशक्तजन, बेघर, बेसहारा लोगों को भोजन, शिक्षा, चिकित्सा एवं आवास जैसी मूलभूत आवश्यकतायें उपलब्ध करवाकर समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा। इन्हें रेस्क्यू कर जालूपुरा क्षेत्र के अंबेडकर छात्रावास एवं मानसरोवर के शिप्रापथ स्थित सार्थक मानव कुष्ठ आश्रम छात्रावास में काउंसलिंग के लिए भेजा गया है। वहां इनकी काबिलियत एवं इच्छा के अनुसार शिक्षा, प्रशिक्षण एवं रोजगार दिला कर पुनर्वासित किया जाएगा।
मानसिक रूप से विक्षिप्त का इलाज एवं इनकी नशे की लत को दूर करने के लिए चिकित्सा विभाग, मनोचिकित्सालय व नशा मुक्ति केंद्रों में इन्हें भेज कर इनका इलाज करवाया जाएगा। भिक्षावृत्ति मुक्त शहर बनाने के लिए आज जयपुर में 4 स्थानों 200 फीट बाईपास अजमेर एक्सप्रेस हाईवे पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के निदेशक ओपी बुनकर, पुलिस निरीक्षक भीमसेन कौशिक, बड़ी चौपड़ पर अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त यातायात मुस्तफा अली जैदी, सहायक पुलिस आयुक्त नरेंद्र दायमा, पुलिस निरीक्षक गुलजारी, सहायक निदेशक रमेश दहमीवाल, रामबाग सर्किल पर सहायक निदेशक मनोज शर्मा व पुलिस निरीक्षक ममता शार्दूल, गोपालपुरा बाईपास पर अतिरिक्तनिदेशक सुवालाल पहाड़िया व पुलिस निरीक्षक शकील अहमद के नेतृत्व में रेस्क्यू कर पुनर्वास के लिए भिजवाया गया है।