अफसरों का यह तर्क -पुरानी आबादी क्षेत्र के भूखंडों के लिए नियमन के लिए कट ऑफ डेट 31 दिसम्बर 2018 तय की गई है। इस कट ऑफ डेट तक के संपत्तियों के दस्तावेजों के आधार पर शहरी निकायों की ओर से पट्टे दिए जा रहे हैं।
-पट्टे देने से पहले प्राप्त आवेदन पर सार्वजनिक सूचना जारी करने का प्रावधान भी किया गया, लेकिन कई प्रकरण ऐसे हैं, जिनमें मालिकाना हक को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है।
-सरकार को फीडबैक मिला था कि बेवजह सार्वजनिक सूचना जारी कराने के कारण प्रकरणों के निस्तारण में देरी हो रही है।
-पट्टे देने से पहले प्राप्त आवेदन पर सार्वजनिक सूचना जारी करने का प्रावधान भी किया गया, लेकिन कई प्रकरण ऐसे हैं, जिनमें मालिकाना हक को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है।
-सरकार को फीडबैक मिला था कि बेवजह सार्वजनिक सूचना जारी कराने के कारण प्रकरणों के निस्तारण में देरी हो रही है।