इस दौरान प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि युवाओं में नेतृत्व गुणों को विकसित करने और राष्ट्र निर्माण की गतिविधियों में शामिल करने के उद्देश्य से युवाओं को विशेष रूप से संगठन में जोड़ा है। गोदारा ने सीएम भजनलाल शर्मा से भी मुलाकात की।
बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी और शिव से विधायक रविंद्र सिंह भाटी के दोस्त अशोक गोदारा ने हाल ही में मीडिया से बातचीत में कहा था कि ‘रविंद्र सिंह और मैं अभी भी दोस्त है। इंसान के आने के साथ सारे रिश्ते जुड़े हुए आते है लेकिन दोस्त वह व्यक्ति खुद चुनता है। मुझे मेरे दोस्त पर गर्व है और हम आज भी भाई है।’ हालांकि जिसके बाद अब अशोक गोदारा ने भाजपा ज्वॉइन कर ली है। इससे साफ हो जाता है कि गोदारा इस बार के लोकसभा चुनाव में रविंद्र सिंह का साथ नहीं देंगे।
जबकि इससे पहले रविंद्र सिंह भाटी और अशोक गोदारा के बीच अनबन को लेकर खबरें चल रही थी। माना जा रहा था कि गोदारा और भाटी के बीच अब मैत्री संबंध ठीक नहीं है। हालांकि दोनों में से किसी ने खुलकर इस पर कोई बात नहीं की। लेकिन अब स्थिति साफ हो गई है कि गोदारा भाजपा में अपनी सेवा देंगे। जबकि भाटी निर्दलीय तौर पर बाड़मेर लोकसभा चुनाव में डटे हुए है।
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान रविंद्र सिंह भाटी पर आरोप लगते रहे कि वो महंगी डिफेंडर और फॉर्च्यूनर जैसी गाड़ियों में घूमते हैं। भाटी की मानें तो वो एक मध्यमवर्गीय परिवार से आते हैं और इन गाड़ियों को अफोर्ड नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कई बार कहा है कि उनके सहयोगियों और दोस्तों की गाड़ियां हैं। जिसमें वो चुनाव प्रचार करते हैं तथा घूमते हैं।
सोशल मीडिया के धुरंधरों की मानें तो इन महंगी गाड़ियों का मालिक रविंद्र सिंह भाटी का दोस्त अशोक गोदारा है। अशोक गोदारा और भाटी की दोस्ती पर भी खूब चर्चा होती है। गोदारा जब भाटी से मिलने आते हैं तो वो ही चुनाव प्रचार के लिए भाटी के यहां अपनी गाड़ियों के काफिले को छोड़ जाते है। गाड़ियों का पूरा खर्चा अशोक गोदारा ही उठाते हैं। ऐसे में कई लोग तो दोनों को राम और लक्ष्मण की जोड़ी भी बताते हैं।