सरल जीवनशैली : रतन टाटा, जिनके पास अरबों की संपत्ति थी, उन्होंने हमेशा एक बेहद साधारण जीवन जीने को प्राथमिकता दी। वे मुंबई में एक साधारण से अपार्टमेंट में रहते थे और खुद अपनी गाड़ी चलाकर ऑफिस जाते थे।
कुत्तों के प्रति प्रेम : रतन टाटा कुत्तों से बेहद लगाव रखते थे। उनकी कंपनी टाटा समूह के बॉम्बे हाउस में कुत्तों के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे, और उन्हें रोज़ खाने-पीने की सुविधा दी जाती थी।
कभी शादी नहीं की : रतन टाटा ने कभी शादी नहीं की, लेकिन उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया कि वे चार बार शादी के करीब आए थे, लेकिन किसी ना किसी वजह से यह संभव नहीं हो पाया।
बिजनेस में नया दृष्टिकोण : रतन टाटा को बिजनेस में रिस्क लेने के लिए जाना जाता है। उन्होंने टाटा समूह को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया, जब उन्होंने 1998 में दुनिया की सबसे सस्ती कार टाटा नैनो लॉन्च की।
सबसे लंबे समय तक चेयरमैन : रतन टाटा ने टाटा ग्रुप के चेयरमैन के रूप में लगभग 21 वर्षों तक सेवा दी। उनके नेतृत्व में टाटा ग्रुप ने कई अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स जैसे Jaguar Land Rover और Tetley को खरीदा।
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विमान उड़ाने का शौक : रतन टाटा पेशेवर पायलट भी हैं। उन्होंने 2007 में F-16 लड़ाकू विमान उड़ाकर भारत में एक मिसाल कायम की थी, और ऐसा करने वाले वह पहले भारतीय उद्योगपति थे। हार्वर्ड के दानदाता : रतन टाटा ने अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद हार्वर्ड बिजनेस स्कूल को कई बार वित्तीय मदद दी। इसके बदले में हार्वर्ड ने उनके नाम पर एक फंड की स्थापना की।
परोपकारी कार्य : रतन टाटा का 65% से अधिक शेयर holding टाटा ट्रस्ट में दान किया जाता है। यह ट्रस्ट शिक्षा, स्वास्थ्य, और सामाजिक सुधार के लिए काम करता है। रतन टाटा का मानना था कि “धन कमाने का सही अर्थ समाज को कुछ वापस देना होता है।”
नैनो कार का सपना : उन्होंने भारत के मध्यम वर्ग के लिए सस्ती कार लाने का सपना देखा, जिससे कोई भी परिवार कार खरीद सके। हालांकि टाटा नैनो कमर्शियली सफल नहीं रही, लेकिन यह भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में क्रांतिकारी कदम था।
पहला स्टार्टअप निवेश : रतन टाटा ने साल 2016 में अपने पहले स्टार्टअप निवेश की शुरुआत की, जब उन्होंने Ola, Paytm, और Snapdeal जैसी कंपनियों में निवेश किया। उनकी नई सोच ने युवा उद्यमियों को प्रेरित किया।