जयपुर

आरएएस 2018 : पुनर्गणना के दिए आवेदन

आरएएस एवं अधीनस्थ सेवा भर्ती- 2018 के साक्षात्कार में शामिल अभ्यर्थियों ने शनिवार को री-टोटलिंग (पुनर्गणना) के आवेदन किए। अंतिम तिथि होने से अभ्यर्थी देर शाम तक व्यस्त रहे। अब आयोग इनके आवेदनों की जांच करेगा।

जयपुरAug 08, 2021 / 12:09 am

Gaurav Mayank

आरएएस 2018 : पुनर्गणना के दिए आवेदन

जयपुर। आरएएस एवं अधीनस्थ सेवा भर्ती- 2018 के साक्षात्कार में शामिल अभ्यर्थियों ने शनिवार को री-टोटलिंग (पुनर्गणना) के आवेदन किए। अंतिम तिथि होने से अभ्यर्थी देर शाम तक व्यस्त रहे। अब आयोग इनके आवेदनों की जांच करेगा। आरएएस एवं अधीनस्थ सेवाएं संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा-2018 के साक्षात्कार आयोजित कर 13 जुलाई को परिणाम जारी किया। आयोग ने साक्षात्कार में प्रविष्ठ सभी अभ्यर्थियों को नियमानुसार उत्तर पुस्तिकाओं में प्राप्त प्राप्तांको की री-टोटलिंग (पुन: गणना) का अवसर दिया। ऑनलाइन आवेदन की अवधि शनिवार को पूरी हो गई।
प्रतीक्षा सूची को लेकर याचिका
आरएएस 2018 की प्रतीक्षा सूची को लेकर हाईकोर्ट में गौरव बेतला और अन्य ने याचिका लगाई है। इसमें कहा गया है, कि आरएएस 2018 में चयन होने के बावजूद पद ना होने की वजह से चयन से वंचित हैं। आरएएस रूल्स 1999 में राज्य और अधीनस्थ सेवाओं के लिए की गई भर्ती में विज्ञापित सीटें खाली रहें, यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतीक्षा सूची तैयार करने का प्रावधान नहीं है। प्रतीक्षा सूची तैयार करने पर चयनित प्रत्याशी के सेवाओं में नहीं आने अथवा अपात्र पाए जाने पर रिक्त पदों को भरा जा सकता है।

तीसरे जिले में होगी आरएएस साक्षात्कार में बीस लाख रुपए रिश्वत मामले की जांच

जोधपुर। आरएएस भर्ती परीक्षा के साक्षात्कार में बाड़मेर के छात्र को 70 प्रतिशत से अधिक अंक दिलाने की एवज में बीस लाख रुपए रिश्वत देने के मामले की जांच अब सिरोही एसीबी प्रभारी करेंगे। फिलहाल नए जांच अधिकारी को मामले की पत्रावली नहीं मिली है।
एसीबी ने गत 28 जुलाई की रात बाड़मेर में कल्याणपुर थाने के सामने नाकाबंदी पॉइंट पर बोलेरो से बाड़मेर निवासी निजी स्कूल संचालक ठाकराराम चौधरी व बायतु में पनावड़ा पंचायत समिति के राउमावि के प्राचार्य जोगाराम जाट से 19.95 हजार रुपए बरामद किए गए थे। दोनों से पूछताछ के बाद जोधपुर में बासनी तम्बोलिया निवासी शिक्षक किशनाराम जाट को भी गिरफ्तार किया गया था। ठाकराराम ने आरएएस परीक्षा में उत्तीर्ण अपने भतीजे हरीश को इंटरव्यू में 70 प्रतिशत अंक दिलाने की एवज में जोगाराम के मार्फत मध्यस्थ किशनाराम को 3 अप्रेल को बीस लाख रुपए रिश्वत दी थी, लेकिन परीक्षा परिणाम में इंटरव्यू में 50 प्रतिशत नम्बर ही मिलने पर ठाकराराम व जोगाराम राशि वापस लेकर लौट रहे थे।
किशनाराम से पूछताछ और व्हॉट्सऐप चैट में जोधपुर के निवर्तमान जिला प्रमुख पूनाराम चौधरी की संदिग्ध भूमिका सामने आई थी। हालांकि मोबाइल बंद होने से एसीबी का उनसे सम्पर्क नहीं हो पाया। इस बीच, एसीबी मुख्यालय में बीस लाख रुपए रिश्वत के संबंध में एफआइआर दर्ज होने के बाद अब अग्रिम जांच ब्यूरो की सिरोही चौकी प्रभारी व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नारायणसिंह राजपुरोहित को सौंपी गई है। अभी तक पत्रावली उन्हें नहीं मिली है।

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