वन विभाग की ओर से रणथम्भौर में 2020 में तत्कालीन सीसीएफ मनोज पाराशर व उपवन संरक्षक मुकेश सैनी ने कई माह तक विशेष अभियान चलाकर सियागोश को खोजा था। इसके लिए वन विभाग की ओर से रणथम्भौर के जंगल में 215 जगहों पर फोटो ट्रैप कैमरे लगाए गए थे। उस समय रणथम्भौर में करीब 35 सियागोश होने की पुष्टि वन विभाग की ओर से की गई थी। प्रदेश के अन्य किसी भी टाइगर रिजर्व या अभयारण्य में सियागोश नहीं है। ऐसे में इस दुर्लभ प्रजाति की बिल्ली के रणथम्भौर में इतनी संख्या में होना भी एक रिकॉर्ड माना जा रहा है। गौरतलब है कि रणथम्भौर में वर्तमान में 7 प्रजाति के वन बिलाव (वाइल्ड कैट) पाए जाते हैं।