परकोटा क्षेत्र में नाहरगढ़ रोड, झालानियों का रास्ता, चांदपोल बाजार, किशनपोल बाजार, त्रिपोलिया बाजार सहित अन्य बाजारों और गलियों में राखियों की दुकानें है, जहां सुबह से देर शाम तक ग्राहकी हो रही है। पिछले साल के मुकाबले इस बार ग्राहकी अच्छी होने से दुकानदार भी खुश नजर आ रहे है। झालानियों के रास्ते में एक माह पहले से ही दुकानें खुली हुई है। हालांकि दुकानदारों की मानें तो शुरुआत में गिने—चुने ही ग्राहक आते थे, अब ग्राहकी ने रफ्तार पकड़ी है। झालानियों का रास्ता में दुकानदार श्याम मोदी ने 5 रुपए से लेकर 200 रुपए तक की राखी है, हालांकि महिलाएं 5 रुपए से 30 रुपए तक की ही राखी अधिक पसंद कर रही हैं।
प्रदोषकाल में राखी बांधना श्रेष्ठ
ज्योतिषाचार्य डॉ. रवि शर्मा ने बताया कि 22 अगस्त को पूर्णिमा तिथि शाम 5 बजकर 32 मिनट तक है, जो तीन मुहूर्त्त से अधिक होने से रक्षाबन्धन इसी दिन मनाया जाएगा। रक्षाबन्धन पर इस वर्ष भद्रा सुबह 6 बजकर 13 मिनट तक ही है। ऐसे में इस बार दिनभर राखी बांधी जा सकेगी। हालांकि अपराह्न काल समय दोपहर एक बजकर 46 मिनट तक और प्रदोष काल के समय शाम 6 बजकर 54 मिनट से रात 9 बजकर 08 मिनट तक राखी बांधने का समय शास्त्र सम्मत होगा। साथ ही अभिजित मुहूर्त दोपहर 12.04 बजे से 12.55 बजे के अलावा चौघडियों के अनुसार भी राखी बांधी जा सकेगी।
ज्योतिषाचार्य डॉ. रवि शर्मा ने बताया कि 22 अगस्त को पूर्णिमा तिथि शाम 5 बजकर 32 मिनट तक है, जो तीन मुहूर्त्त से अधिक होने से रक्षाबन्धन इसी दिन मनाया जाएगा। रक्षाबन्धन पर इस वर्ष भद्रा सुबह 6 बजकर 13 मिनट तक ही है। ऐसे में इस बार दिनभर राखी बांधी जा सकेगी। हालांकि अपराह्न काल समय दोपहर एक बजकर 46 मिनट तक और प्रदोष काल के समय शाम 6 बजकर 54 मिनट से रात 9 बजकर 08 मिनट तक राखी बांधने का समय शास्त्र सम्मत होगा। साथ ही अभिजित मुहूर्त दोपहर 12.04 बजे से 12.55 बजे के अलावा चौघडियों के अनुसार भी राखी बांधी जा सकेगी।