जयपुर

आंतरिक कलह में डूबी गहलोत सरकार, विधायकों के इस्तीफे पर जल्द निर्णय लें विधानसभा अध्यक्ष :राठौड़

उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्रसिंह राठौड़ ने कांग्रेस में मचे घमासान पर जमकर निशाना साधा। पत्रकारों से बातचीत में राठौड़ ने कहा कि उनके आलाकमान भारत जोड़ो यात्रा पर निकले हुए हैं और कांग्रेस तोड़ो करने वाले लोगों के सामने नत मस्तक है।
 
 
 

जयपुरOct 03, 2022 / 09:25 am

Santosh Trivedi

दौसा जिला मुख्यालय पर रविवार को भाजपा के प्रबुद्धजन सम्मेलन में शामिल होने आए उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्रसिंह राठौड़ ने कांग्रेस में मचे घमासान पर जमकर निशाना साधा। पत्रकारों से बातचीत में राठौड़ ने कहा कि उनके आलाकमान भारत जोड़ो यात्रा पर निकले हुए हैं और कांग्रेस तोड़ो करने वाले लोगों के सामने नत मस्तक है। वरना उनके दूत का अनादर का मतलब उनका अनादर है। आंतरिक कलह में डूबी सरकार ने राज्य के लोगों के साथ नाइंसाफी की है। राज्य में विकास रुका हुआ है तथा कानून व्यवस्था चौपट है। बेरोजगारी, लंपी, बिजली सहित अन्य कई समस्याएं लोगों के सामने है। अब वोट की चोट से जनता सरकार को ठीक करेगी।


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मुख्यमंत्री द्वारा भाजपा पर सरकार गिराने के षडय़ंत्र के आरोप पर राठौड़ ने कहा कि उनके बयान को गंभीरता से नहीं लेते, क्योंकि वे बिना आधार के बात करते हैं। उन्होंने विधायक दल की बैठक का बहिष्कार कराया और राज्य के मुख्यमंत्री सोनिया गांधी से माफी मांगते हैं। अब जब कुर्सी हिली हुई है तो पर्यवेक्षकों को सीख दे रहे हैं। आलाकमान का राग अलाप रहे हैं। साथ ही इस्तीफे के मामले पर कहा कि विधानसभा अध्यक्ष को नियमानुसार जल्दी इन पर निर्णय लेना चाहिए, नियमों के अनुसार ज्यादा दिन लंबित नहीं रख सकते।

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राठौड़ ने कहा कि एकतरफ तो मंत्री इस्तीफे का नाटक करते हैं, दूसरी तरफ स्थानान्तरण उद्योग में लगे हैं। प्रदेश में भ्रष्टाचार का तांडव चल रहा है, नैतिकता नहीं रही है। त्यागपत्र की नौटंकी को जनता समझ चुकी है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की राजनीति अब बदलाव की और है। गायों की चित्कार प्रदेश सरकार को लगेगी और समय के कालचक्र के साथ सरकार अपने आप ही समाप्त हो जाएगी। लंपी को लेकर राठौड़ ने कहा कि सरकार लापरवाह रही। पशुओं की बीमा योजना बंद की थी, अब वापस चालू करने की नौटंकी कर रहे हैं। गांवों में मानव संसाधन व दवाओं की कमी है।

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