बैंड के लीड तबला प्लेयर अमृत हुसैन ने बताया कि इटली में 25 अगस्त की रात हुए इंटरनेशनल म्यूजिक फेस्टिवल नोते-दे-ला-तारंता में भी हमने प्रस्तुति दी, कॉन्सर्ट में लगभग 2 लाख से ज्यादा दर्शक उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में हमने मांड ‘केसरिया बालम’ को अलग अंदाज में पेश किया था, जिसमें इंटरनेशनल रॉक सिंगर एलपी ने भी हमारे साथ कुछ लाइनें गाई थीं। इस बैंड में राजस्थान के छोटे-छोटे गांव के ऐसे कलाकारों को प्लेटफ ॉर्म दे रहे हंै, जो अब तक गुमनामी में जीवन यापन कर रहे थे। शेखावटी के कलाकारों को अब तक विदेशों में बहुत कम मौके मिले हैं, लेकिन इस बैंड के जरिए क्षेत्र के लोगों में भी नई ऊर्जा आ गई है। लीड सिंगर संजय खान ने बताया कि हमने राजस्थानी मांड को बिलकुल सिम्पल अंदाज में तैयार किया है, जिसका फायदा हमें इंटरनेशनल ऑडियंस के बीच मिल रहा है, क्योंकि वे लोग हमारे साथ मिलकर गाना गा पाते है। हम घूमर, चरी, कालबेलिया डांसर्स को भी साथ रखते है, जो राजस्थानी नृत्य की खूबसूरती स्टेज पर बयां करते हंै।
धोद बैंड में तबला वादक अमृत हुसैन, गायक संजय खान, ढोलक वादक बरकत, अलगोजा वादक हुसैन खान, नगाड़ा वादक गोपाल सिंह, भवाई नर्तक मुंशी, लोक नर्तक तसलीम, गायक सिकंदर लंगा, डांसर कमला कुमारी और रेखा 20 शहरों में राजस्थान को रिप्रजेंट करेंगे। रईस भारती ने बताया कि जयपुर में अल्बर्ट हॉल पर हमें प्रस्तुति देने का इंतजार है, लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से कोई निमंत्रण नहीं मिला है। राजस्थान दिवस पर एक बार परफॉर्मेंस देने का मन है। राजस्थानी म्यूजिक के कारण ही विदेशों में कई दोस्त बने हैं।