आपत्तियों की जांच के बाद ही जारी होगा परिणाम
दरअसल युवा कांग्रेस के अध्यक्ष पद के चुनाव में प्रत्येक वोटर्स की फीस 50 रुपए रखी थी। चुनाव के लिए 19 लाख मतदाता बनाए गए थे, इस लिहाज से उनकी फीस करोड़ों में पहुंचती है। बावजूद इसके 13 लाख मतदाताओं के वोट खारिज कर दिए गए। युवा कांग्रेस के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी रहे सुधींद्र मूंड, यशवीर सूरा, सत्यवीर चौधरी, राकेश मीणा ने अपनी- अपनी आपत्तियां चुनाव प्राधिकरण में दर्ज कराई थी। चुनाव में गड़बड़ी की शिकायतें लेकर प्रत्याशी मुख्यमंत्री गहलोत और प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा के पास भी पहुंचे थे, और अपनी नाराजगी जाहिर की थी, जिसके बाद उनकी आपत्तियों पर खारिज किए गए मतों की जांच शुरू कर दी गई।
किन प्रत्याशियों को मिले कितने वोट
अध्यक्ष पद के चुनाव में पायलट खेमे के माने जाने वाले अभिमन्यु पूनिया को सर्वाधिक वोट मिले हैं। उन्हें 2 लाख 3हजार 79 वोट मिले हैं। दूसरे नंबर पर सुधींद्र मूड हैं जिन्हें 1 लाख 97 हजार 385 वोट मिले और तीसरे स्थान पर यशवीर सूरा हैं जिन्हें 1 लाख 59 हजार 640 वोट मिले हैं। इस नाते अभिमन्यु पूनिया सर्वाधिक वोटों के साथ पहले नंबर पर हैं लेकिन दूसरे असंतुष्ट प्रत्याशियों ने चुनाव में गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए चुनाव प्रक्रिया पर ही सवाल खड़े कर दिए थे।
गड़बड़ी की शिकायतों पर बदला गया था अध्यक्ष
वहीं साल 2020 में हुए युवा अध्यक्ष पद के चुनाव में भी गड़बड़ी के आरोप लगाए गए थे। तब सुमित भागसरा चुनाव प्रक्रिया से अध्यक्ष चुने गए थे लेकिन पायलट के खेमे के विधायक मुकेश भाकर ने तब गड़बड़ी के आरोप लगाए थे। गड़बड़ी के आरोपों की जांच के बाद सुमित भगासरा की जगह मुकेश भाकर को युवा कांग्रेस का अध्यक्ष घोषित किया गया था। हालांकि तब मुकेश भाकर माह ही अध्यक्ष रह पाए थे। सियासी संकट के दौरान पायलट खेमे के साथ मानेसर चले जाने पर पार्टी हाईकमान ने उन्हें पद से बर्खास्त कर दिया था।
वीडियो देखेंः- BREAKING NEWS: राजस्थान यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन कर रहे छात्रों को पुलिस ने खदेड़ा | Hindi News