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दरअसल मुख्य सचिव का उषा शर्मा का कार्यकाल 30 जून को समाप्त हो गया था, लेकिन केन्द्र सरकार से 6 माह का एक्सटेंशन मिलने से गहलोत सरकार ने उनका कार्यकाल 31 दिसंबर 2023 तक बढ़ा दिया।
इन आईएएस अधिकारियों के नाम चर्चा में
नौकरशाही के बीच चर्चा में मुख्य सचिव की दौड़ में वरिष्ठता के आधार पर 1988 बैच के आईएएस अधिकारी सुबोध अग्रवाल, 1989 बैच के वी. श्रीनिवास, शुभ्रा सिंह, राजेश्वर सिंह, रोहित कुमार सिंह है। 1990 बैच के संजय मल्होत्रा, 1991 बैच के सुधांशु पंत और 1992 बैच के अभय कुमार और रजत कुमार शर्मा के नाम चर्चा में हैं। हालांकि वरिष्ठता के आधार पर देखें तो मौजूदा मुख्य सचिव उषा शर्मा के बाद सुबोध अग्रवाल का नंबर आता है, लेकिन चर्चा है कि सरकार उनके नाम पर शायद ही सहमत हो। उनके बाद वी. श्रीनिवास और शुभ्रा सिंह का नाम है। श्रीनिवास केंद्र में प्रतिनयुक्ति पर हैं। शुभ्रा सिंह भी लंबे समय तक केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर रह चुकी हैं और इसी साल दिल्ली से जयपुर लौटी थीं। रोहित कुमार सिंह भी केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर हैं लेकिन उनकी सेवानिवृति 3 माह बाद ही है। रोहित कुमार सिंह मार्च 2024 में सेवानिवृत होने वाले हैं।
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आईएएस अधिकारी नाम | कार्यकाल |
रोहित कुमार सिंह | 16-3-2024 |
राजेश्वर सिंह | 12-7-2024 |
सुबोध अग्रवाल | 17-12-2025 |
वी.श्रीनिवास | 1-9-2026 |
शुभ्रा सिंह | 1-2-2026 |
वरिष्ठता सीएस की नियुक्ति का पैमाना नहीं
मुख्य सचिव नियुक्ति में पहले वरिष्ठता का बड़ा महत्व होता था, लेकिन पिछले कुछ समय से यह पैमाना कमजोर पड़ गया है। पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार ने 10 वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों की वरिष्ठता की अनदेखी कर निरंजन आर्य को मुख्य सचिव बनाया था। दरअसल मुख्य सचिव का फैसला मुख्यमंत्री का विवेकाधिकार है।