यह भी पढ़ेंः गुलाबीनगर में भी दमघोटू जहरीली हवा की दस्तक,एक्यूआइ 300 पार, जानिए कौनसे इलाके में कितना वायु प्रदूषण मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में अभी पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना फिलहाल सप्ताहभर नहीं है। वहीं हवा का रुख उत्तर पश्चिमी दिशा की ओर रहने से दिन के अलावा रात में भी पारे में बढ़ोतरी बीती रात दर्ज की गई है। हालांकि कुछ जिलों में बीती रात भी पारा 20 डिग्री से कम रिकॉर्ड हुआ लेकिन दिन का तापमान सामान्य से ज्यादा रहने के कारण गुलाबी सर्दी का असर सिर्फ सुबह शाम में ही महसूस हो रहा है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार नवंबर माह में अधिकतम तापमान 30 और न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से कम रहने पर ही सर्दी का जोर बढ़ेगा। वहीं अभी दिन में पारा सामान्य से ज्यादा रहने के कारण हवा में सापेक्षित आर्द्रता भी 90 फीसदी तक दर्ज होने के कारण मौसम शुष्क रहा है।
यह भी पढ़ेंः ला नीना की सुस्ती से विंटर एक्सप्रेस की धीमी चाल, जानें नवंबर में कब से बदलेगा मौसम का मिजाज बीती रात राजधानी जयपुर में न्यूनतम तापमान 1.4 डिग्री बढ़कर 21.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं मैदानी इलाकों में सिरोही 14.2 डिग्री तापमान के साथ सबसे सर्द रहा। माउंटआबू में रात का तापमान 12 डिग्री सेल्सियस रहने पर पर्यटकों की आवाजाही भी क्षेत्र में अब बढ़ने लगी है। जालोर 16.2, सीकर 16.5, डबोक 16.9, फतेहपुर 15, भीलवाड़ा 17.2, अजमेर 17.5, अलवर 18, चित्तौड़ 17.6, करौली 17.6, चूरू 17.4, संगरिया 18, श्रीगंगानगर 19, पिलानी 18 और जोधपुर में न्यूनतम तापमान 18.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
यह भी पढ़ेंः मरते रामगढ़ बांध को फिर मिलेगी संजीवनी… जाने सरकार ने क्या बनाया प्लान… प्रदेश के पश्चिमी मैदानी इलाकों में दिन के अलावा रात में भी गर्मी तीखे तेवर दिखा रही है। दिन और रात में पारा सामान्य से ज्यादा दर्ज होने के कारण मौसम शुष्क है और नवंबर माह के पहले सप्ताह में भी सर्दी अभी तक रफ्तार नही पकड़ सकी है। बाड़मेर, जैसलमेर, फलोदी, बीकानेर में बीती रात भी पारा सामान्य से 4 डिग्री सेल्सियस तक ज्यादा रहने के कारण सर्द मौसम का अहसास अभी तक लोगों को नहीं हो सका है।