मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के कारण प्रदेश के अधिकतर जिलों में 31 दिसंबर तक कोहरा छाया रहेगा। मंगलवार तक सर्दी से राहत मिलने की संभावना नजर नहीं आ रही है। आज रविवार को बांसवाड़ा, बाड़मेर, जैसलमेर, जालोर और जोधपुर को छोड़कर शेष सभी जिलों में घना कोहरा छाए रहने का अलर्ट जारी किया गया है। अलवर, बारां, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ, डूंगरपुर, झालावाड़, करौली, कोटा, सीकर, सिरोही, टोंक, उदयपुर, बीकानेर, चूरू, नागौर और पाली में कोहरा छाए रहने के अलर्ट के साथ प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाई माधोपुर, जयपुर, दौसा, धौलपुर, अजमेर, भरतपुर और बूंदी में अति घना कोहरा छाए रहने का अलर्ट जारी किया गया है।
पिछले कुछ दिनों से राजस्थान कोहरे की चपेट में है। 23 दिसंबर को जब हल्का और कमजोर पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हुआ था। तब प्रदेश के मौसम में तेजी से बदलाव आया था। तीन दिन बाद ही 26 दिसंबर को एक और मजबूत पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हुआ तो प्रदेश के जिलों का मौसम शिमला जैसा हो गया। प्रदेश के लगभग सभी जिलों में बारिश शुरू हुई और कुछ जिलों में ओलावृष्टि भी हुई। बारिश और कोहरे के साथ चलने वाली सर्द हवाएं लोगों में कंपकंपी छूट रही है।
शेखावाटी के फतेहपुर का न्यूनतम तापमान करीब एक सप्ताह तक माइनस में रहा। माउंट आबू का तापमान भी माइनस में पहुंच गया था। इन दिनों तापमान जमाव बिंदु से नीचे नहीं है लेकिन बारिश और कोहरे की वजह से हवाओं में ठंडक घुली हुई है जिससे सर्दी ज्यादा महसूस हो रही है। शनिवार को माउंट आबू का न्यूनतम तापमान सबसे कम 6.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। जैसलमेर का 6.4 और फलोदी का तापमान 6.8 डिग्री सेल्सियस रहा। यानी कि न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु के ऊपर होने के बावजूद कड़ाके की ठंड महसूस हो रही है।