सवा माह बाद मानसून की तेज बारिश में भीगी लेकसिटी
हरियाली अमावस्या पर मेघों ने भी खुश होकर राग मल्हार गाया और तेज बारिश को तरस रही लेकसिटी पर मेघों की मेहर हो गई। उदयपुर में मानसून के आने के लगभग सवा माह बाद रविवार को तेज बारिश हुई है। इस बीच केवल रिमझिम और खंड वर्षा ही हो रही थी। रविवार को दोपहर तक तेज गर्मी व उमस सता रही थी, लेकिन दोपहर बाद मौसम पलटा और काली घटाएं छाने के बाद तेज बारिश का क्रम शुरू हुआ, जो करीब आधे घंटा तक चला। इसके बाद रिमझिम बारिश होती रही। शहर में तेज बारिश के कारण तंग गलियों व सड़कों पर पानी भर गया।
हरियाली अमावस्या पर मेघों ने भी खुश होकर राग मल्हार गाया और तेज बारिश को तरस रही लेकसिटी पर मेघों की मेहर हो गई। उदयपुर में मानसून के आने के लगभग सवा माह बाद रविवार को तेज बारिश हुई है। इस बीच केवल रिमझिम और खंड वर्षा ही हो रही थी। रविवार को दोपहर तक तेज गर्मी व उमस सता रही थी, लेकिन दोपहर बाद मौसम पलटा और काली घटाएं छाने के बाद तेज बारिश का क्रम शुरू हुआ, जो करीब आधे घंटा तक चला। इसके बाद रिमझिम बारिश होती रही। शहर में तेज बारिश के कारण तंग गलियों व सड़कों पर पानी भर गया।
अलवर शहर में 26 मिमी बारिश, जिले भी बरसे बदरा
अलवर में बारिश का दौर रविवार को भी जारी रहा। अलवर शहर में 26 मिमी बरसात हुई, वहीं कई अन्य स्थानों पर भी बारिश होने से मौसम सुहावना रहा। अलवर में शनिवार को भी 51 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। अलवर शहर में बाला किले के क्षेत्र में बारिश ज्यादा दर्ज की गई, कलक्ट्रेट स्थित सिंचाई विभाग के कंट्रोल रूम पर 26 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं भवानी तोप के पास मिनी सचिवालय में राजस्व विभाग की ओर से 21 मिमी बरसात दर्ज की गई। रविवार को किशनगढ़बास में 6, लक्ष्मणगढ़ में 2, टपूकड़ा में 2, तिजारा में 2 तथा सिलीसेढ़ में 3 मिमी बरसात हुई।
अलवर में बारिश का दौर रविवार को भी जारी रहा। अलवर शहर में 26 मिमी बरसात हुई, वहीं कई अन्य स्थानों पर भी बारिश होने से मौसम सुहावना रहा। अलवर में शनिवार को भी 51 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। अलवर शहर में बाला किले के क्षेत्र में बारिश ज्यादा दर्ज की गई, कलक्ट्रेट स्थित सिंचाई विभाग के कंट्रोल रूम पर 26 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं भवानी तोप के पास मिनी सचिवालय में राजस्व विभाग की ओर से 21 मिमी बरसात दर्ज की गई। रविवार को किशनगढ़बास में 6, लक्ष्मणगढ़ में 2, टपूकड़ा में 2, तिजारा में 2 तथा सिलीसेढ़ में 3 मिमी बरसात हुई।
आगे क्या
मौसम विभाग के अनुसार मानसूनी ट्रफ के हिमालय की तरफ खिसकने से प्रदेश में 10 से लेकर 18 अगस्त से बारिश की गतिविधियों थमी हुई रहने के आसार है। हालांकि मध्यप्रदेश के ऊपर बने कम दबाव के सिस्टम के असर से अगले दो तीन दिन कहीं कहीं छिटपुट बारिश की उम्मीद है। नौ अगस्त से मौसम खुल जाएगा। 10 अगस्त तक पूर्वी राजस्थान के कुछ स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होगी। पश्चिमी राजस्थान में छुटपुट स्थानों पर हल्के से मध्यम बारिश होने की संभावना है। 20 अगस्त के आसपास राज्य में बारिश की गतिविधियों में फिर से बढ़ोतरी होने की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार मानसूनी ट्रफ के हिमालय की तरफ खिसकने से प्रदेश में 10 से लेकर 18 अगस्त से बारिश की गतिविधियों थमी हुई रहने के आसार है। हालांकि मध्यप्रदेश के ऊपर बने कम दबाव के सिस्टम के असर से अगले दो तीन दिन कहीं कहीं छिटपुट बारिश की उम्मीद है। नौ अगस्त से मौसम खुल जाएगा। 10 अगस्त तक पूर्वी राजस्थान के कुछ स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होगी। पश्चिमी राजस्थान में छुटपुट स्थानों पर हल्के से मध्यम बारिश होने की संभावना है। 20 अगस्त के आसपास राज्य में बारिश की गतिविधियों में फिर से बढ़ोतरी होने की संभावना है।