– गुलाबी नगर में अलसुबह तेज सर्दी का दौर – श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, सीकर, चूरू, झुंझुनूं, बीकानेर में अगले तीन से चार दिन कोहरे की चेतावनी जयपुर। राजधानी जयपुर सहित प्रदेश में अब मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल गया है। सर्द हवाओं से सर्दी का जोर बढ़ने से लोग कांपने लगे हैं। आज अलसुबह राजधानी जयपुर में गलन भरी सर्दी पड़ने से लोग कांपते नजर आए। वहीं प्रदेश के पूर्वी जिलों में सर्दी का जोर बढ़ने से मौसम का मिजाज बदल रहा है। वहीं पूर्वी जिलों में कोहरा छाने से लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग के अनुसार, आगामी दिनों में तापमान गिरने से सर्दी का जोर और बढ़ेगा। उत्तरी से हवाएं चलने से प्रदेश में तीखी सर्दी का दौर शुरू होगा।
जानकारी के अनुसार, पहाड़ों पर हुई बर्फबारी के बाद राजस्थान के उत्तरी इलाकों में भी मौसम का मिजाज तेजी से बदल गया गया है। कई जिलों में पारा लगातार गिरने लगा है। इसके चलते दिन और रात के तापमान में कमी आने लगी है। इसके अलावा जयपुर, बीकानेर संभाग में कहीं-कहीं मध्यम से घना कोहरा दर्ज किया गया। राज्य में अधिकतम तापमान बाड़मेर में 33 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस सिरोही में दर्ज किया गया। वहीं राज्य के अधिकांश भागों में हवा में आर्द्रता की औसत मात्रा 60 से 95 प्रतिशत के मध्य दर्ज की गई। वहीं राजधानी जयपुर में आज न्यूनतम तापमान 13 डिग्री रिकाॅर्ड किया गया। अधिकतम तापमान आज सवेरे 10 बजे 26 डिग्री रहा।
जयपुर में बढ़ा सर्दी का असर राजधानी जयपुर में भी धीरे-धीरे सर्दी का असर बढ़ने लगा है। ग्रामीण क्षेत्र में सर्दी का असर अधिक है। आज जयपुर में अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार आगामी दिनों में जयपुर शहर के तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी और सर्दी बढ़ेगी।
मौसम विभाग ने दी घने कोहरे की चेतावनी मौसम विभाग ने भी प्रदेश के कई इलाकों के लिए चेतावनी जारी की है। श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, सीकर, चूरू, झुंझुनूं, बीकानेर में अगले तीन दिन घना कोहरा रहने की संभावना जताई है। वाहन चालकों को विशेष सावधान रहने की सलाह दी गई है। कोहरे से विजिबिलिटी पर असर पड़ेगा और यातायात व्यवस्था प्रभावित हो सकती है। जयपुर मौसम केंद्र की ओर से की गई भविष्यवाणी के अनुसार अगले 3 से 4 दिनों में प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में न्यूनतम तापमान में कमी आएगी।