बता दें कि इस बार संस्कृत में शपथ लेने वाले विधायकों की संख्या अच्छी खासी रही। इसमें नोक्षम चौधरी, जेठानंद व्यास, गोपाल शर्मा, छगन सिंह, महंत प्रतापपुरी, बाबू सिंह राठौड़, कैलाश मीणा, जोराराम कुमावत, पब्बाराम विश्नोई, जोगेश्वर गर्ग और दीप्ति माहेश्वरी ने संस्कृत भाषा में शपथ ली। बता दें ये सभी भाजपा के विधायक हैं। वहीं निर्दलीय विधायक युनूस खान और कांग्रेसी विधायक जुबेर खान ने संस्कृत भाषा में शपथ ली थी।
पहले दिन विधानसभा पहुंचने वाले विधायकों का अंदाज भी काफी निराला रहा। बयाना से निर्दलीय विधायक ऋतु बनावत ट्रैक्टर चलाकर पहुंची तो वहीं जयपुर की हवामहल सीट से विधायक चुने गए बालमुकुंदाचार्य के हाथों में बजरंगबली की गदा थी। वहीं, बीकानेर पश्चिम से विधायक जेठानंद व्यास बाइक पर विधानसभा आए। बता दें कि विधानसभा में सबसे पहले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी व प्रेमचंद बैरवा ने शपथ ली। आज राजस्थान विधानसभा सभा में भी लोकसभा में कांग्रेसी सांसदों के निलंबन का विरोध नजर आया। कुछ कांग्रेसी विधायकों ने हाथों पर काली पट्टी बांधकर शपथ ली।