विभाग के निदेशक डॉ. समित शर्मा ने बताया कि महिला सदन में बचपन से रहकर अपनी शिक्षा दीक्षा के उनका पालन पोषण करने बाद उनके सामाजिक जीवन के लिए सामाजिक सरोकार निभाते हुए उनकी शादी की जा रही है। उन्होंने बताया कि 10 कन्या जयपुर महिला सदन और 1-1 उदयपुर एवं जोधपुर महिला सदन की शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि 19 जुलाई को महिला सदन सांगानेर परिसर में मेहन्दी की रस्म के साथ महिला संगीत का आयोजन किया जाएगा तथा 20 जुलाई को 12.15 बजे बारात का स्वागत एवं 3 बजे पाणिग्रहण संस्कार कार्यक्रम होगा।
उन्होंने विवाह समारोह में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. अरूण चतुर्वेदी विधायक, सांसद, मेयर व अन्य जनप्रतिनिधि के साथ कई सामाजिक संगठनों के वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा कन्याओं को विवाह पर आर्शीवाद देने के लिए आमंत्रित किया गया है। शादी में कन्याओं को विदाई के दौरान भामाशाह द्वारा अनेक उपहार दिये जाएंगे।
… इधर प्रशासन ने बेटी बना किया विदा
उदयपुर के नारी निकेतन में बेबस महिलाओं की पीड़ा के बीच बुधवार को शहनाइयां गूंजी। पिछले सात साल से यहां पली-बढ़ी मूकबधिर सपना को प्रशासन ने बेटी समान विदा किया। अब सपना शुक्रवार को जयपुर में आयोजित राज्य स्तरीय सामूहिक विवाह समारोह में राजगढ़ अलवर के श्रवण के साथ परिणय सूत्र में बंधेंगी।
उदयपुर में सपना की विदाई के दौरान जिला प्रशासन व सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने राजकीय बालिका गृह में विभिन्न रस्मों की अदायगी पूरे रीति-रिवाज के साथ की। दोपहर को मेहंदी रस्म के साथ मायरे, आशीर्वाद समारोह हुआ। महापौर, कलक्टर व एसपी के अलावा कई विभागों के अधिकारी आशीर्वाद देने पहुंचे।
विभाग की ओर से दिए उपहार विभागीय अधिकारियों ने सपना को उपहार एवं आशीर्वाद स्वरूप राशि भेंट की। विभाग की ओर से सपना को ज्यूसर-मिक्सर, डिनर सेट, बर्तन सेट, वस्त्र, वर-वधू के लिए घड़ी सेट, सोने का मंगलसूत्र, 11 हजार का चेक आदि उपहार स्वरूप दिए तो रोटरी क्लब की ओर से गृहस्थ जीवन में रोजमर्रा के लिए उपयोगी वस्तुएं, बर्तन आदि भेंट किए गए।
वयस्क बेटियों के मांगे थे प्रस्ताव
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता उपनिदेशक गिरीश भटनागर ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा राजकीय बालिका गृहों में निवासरत बेटियों के वयस्क होने पर उनके विवाह को लेकर प्रस्ताव आमंत्रित किए गए थे जिसमें उदयपुर के राजकीय बालिका गृह से सपना का प्रस्ताव भेजा गया। राज्य स्तरीय विवाह कमेटी की ओर से 13 जुलाई को 56 योग्यवरों की जांच के बाद सपना के लिए श्रवण का चयन किया गया। दोनों की सहमति से विवाह 20 जुलाई को होगा। राजकीय बालिका गृह की अधीक्षक वीणा मेहरचन्दानी ने बताया कि 2017 में बालिग हुई सपना को वर्ष 2011 में सीडब्ल्यूसी बांसवाड़ा द्वारा राजकीय बालिका गृह में प्रवेशित करवाया गया था।