परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र ही प्राप्त नहीं हुए
वही कई विद्यार्थियों ने परीक्षा की तैयारी का समय प्रवेश पत्र डाउनलोड करने में लगा दिया। जिससे कई विद्यार्थी तो परीक्षा के लिए तैयारी भी नहीं कर पाए। पीजी सेमेस्टर परीक्षाएं आज सुबह 11 बजे से शुरू हुई। लेकिन परीक्षा से एक दिन पहले तक भी परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र ही प्राप्त नहीं हुए।
वही कई विद्यार्थियों ने परीक्षा की तैयारी का समय प्रवेश पत्र डाउनलोड करने में लगा दिया। जिससे कई विद्यार्थी तो परीक्षा के लिए तैयारी भी नहीं कर पाए। पीजी सेमेस्टर परीक्षाएं आज सुबह 11 बजे से शुरू हुई। लेकिन परीक्षा से एक दिन पहले तक भी परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र ही प्राप्त नहीं हुए।
परीक्षा के लिए ऑफलाइन भरवाए थे आवेदन पत्र
ऐसे में जब विश्वविद्यालय प्रशासन ने दो दिन पहले ही प्रवेश पत्र वेबसाइट पर जारी करने का दावा किया था, लेकिन परीक्षा शुरू होने तक भी प्रवेश पत्र नहीं मिल पाए। आज से शुरू हो रही सेमेस्टर परीक्षाओं में करीब तीन हजार विद्यार्थी पीजी सेमेस्टर की परीक्षाओं के लिए पंजीकृत है। इन विद्यार्थियों से परीक्षा के लिए आवेदन पत्र ऑफलाइन ही भरवाए थे।
ऐसे में जब विश्वविद्यालय प्रशासन ने दो दिन पहले ही प्रवेश पत्र वेबसाइट पर जारी करने का दावा किया था, लेकिन परीक्षा शुरू होने तक भी प्रवेश पत्र नहीं मिल पाए। आज से शुरू हो रही सेमेस्टर परीक्षाओं में करीब तीन हजार विद्यार्थी पीजी सेमेस्टर की परीक्षाओं के लिए पंजीकृत है। इन विद्यार्थियों से परीक्षा के लिए आवेदन पत्र ऑफलाइन ही भरवाए थे।
वेबसाइट पर अपलोड नहीं कर सकी प्रवेश पत्र
दरअसल विश्वविद्यालय के लिए ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म भरने का काम देख रही फर्म के ठीक से काम नहीं कर पाने और यूजी के परीक्षा आवेदनों में गलतियों की भरमार को देखते हुए पीजी सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए ऑफलाइन ही आवेदन करवाए गए थे। लेकिन इसके बावजूद भी फर्म प्रवेश पत्र भी वेबसाइट पर अपलोड नहीं कर सकी।
दरअसल विश्वविद्यालय के लिए ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म भरने का काम देख रही फर्म के ठीक से काम नहीं कर पाने और यूजी के परीक्षा आवेदनों में गलतियों की भरमार को देखते हुए पीजी सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए ऑफलाइन ही आवेदन करवाए गए थे। लेकिन इसके बावजूद भी फर्म प्रवेश पत्र भी वेबसाइट पर अपलोड नहीं कर सकी।
कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने के लिए दे चुका है नोटिस वह भी ऐसे में जब विश्वविद्यालय प्रशासन पहले ही फर्म को ठीक से काम नहीं करने पर कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने के लिए नोटिस दे चुका है। लेकिन बार बार गलतियां करने और नोटिस देने के बाद भी प्रशासन फर्म पर कोई कार्रवाई नहीं कर पाया हैं।