धरोहर बचाओ समिति के सदस्यों को सूचना मिली थी कि यूनुस खान ने अपने सरकारी बंगले में बने मंदिर को हटा कर सड़क पर बना दिया है। समिति के संरक्षक भारत शर्मा और अन्य कार्यकर्ता हकीकत जांचने सिविल लाइंस स्थित खान के बंगले पर पहुंचे। बंगले के अंतिम छोर पर स्थिति सार्वजनिक निर्माण विभाग की चौके के पास मंदिर सड़क किनारे नजर आया। इस पर शर्मा ने पूछताछ की तो सामने आया कि मंदिर को दो-तीन महीने पहले शिफ्ट किया था और चबूतरा बना बंगले से हटाई गई मूर्तियों को लगा दिया। मंदिर बचाओ समिति के चक्काजाम के बाद मंदिर के चारों ओर जालियां लगाकर, ऊपर टीनशेड लगा दिया गया।
शिफ्ट करवा दिया
पहले हमारी चौकी और मंदिर 18 नम्बर बंगले में थी। चौकी के कर्मचारी ही मंदिर की देखभाल करते थे। बंगले में निर्माण कार्य किया जाना था, स्वीकृति आ चुकी थी। फिर उन्होंने इसे बाहर शिफ्ट करवा दिया। अब इस मैटर को हाइलाइट करने का क्या फायदा। वहां मंदिर उपेक्षित था। अब हमने मंदिर को पहले से अच्छा बनवा दिया है।
– अनिल पारीक, अधिशाषी अभियंता, पीडब्ल्यूडी
आंदोलन करेंगे
यह सरकारी बंगला है, किसी की निजी संपत्ति नहीं है, जो मंदिर यहां से हटा दिया गया। इस मंदिर से न तो अतिक्रमण था और न यहां कोई यातायात में परेशानी हो रही थी। इसे यहां से हटाकर धार्मिक भावानाओं से खिलवाड़ किया गया है। समिति इसके खिलाफ आंदोलन करेगी।
– भारत शर्मा, संरक्षक, धरोहर बचाओ समिति