तीन साल पहले किया था ऑटोमैटिक
जगतपुरा में करीब तीन साल पहले
परिवहन विभाग ने स्थायी लाइसेंस की प्रणाली को ऑटोमैटिक किया था। इसके तहत ट्रायल सिस्टम कप्यूटर की निगरानी में किया जाने लगा। ट्रायल के लिए ट्रैक भी बनाया गया। नियमानुसार ट्रायल नहीं देने पर ट्रैक पर लगे सेंसर के जरिए आवेदक टेस्ट में फेल हो जाता था।
यह भी पढ़ें – 1 अगस्त से राजस्थान में लागू होगी बिजली की नई दरें, फिक्स चार्ज बढ़ाया, आदेश जारी अतिरिक्त स्टाफ लगाए गए – आरटीओ राजेश चौहान
आरटीओ राजेश चौहान ने बताया कि जिन आवेदकों का गुरुवार को स्लॉट हैं, उनके लाइसेंस मैनुअल ट्रायल के जरिए बनाए जाएंगे। इसके लिए जगतपुरा लाइसेंस शाखा में अतिरिक्त स्टाफ भी लगाया जाएगा। जो आवेदक साटवेयर खराब होने के कारण लाइसेंस नहीं बनवा सके, उनके लाइसेंस के लिए अलग से तारीख उनके मोबाइल पर भेजी जाएगी।
यह मुद्दा राजस्थान पत्रिका ने प्रमुखता से उठाया
गौरतलब है कि जगतपुरा में लाइसेंस बंद रहने से लोगोें की पीड़ा को
राजस्थान पत्रिका ने प्रमुखता से उठाया था। पत्रिका ने मैनुअल ट्रायल शुरू करने का सुझाव दिया था।