केन्द्र सरकार की स्पेशल असिस्टेंट टू स्टेट फॉर कैपिटल इन्वेस्टमेंट-डवलपमेंट ऑफ आइकॉनिक टूरिस्ट सेंटर्स टू ग्लोबल स्केल के तहत यह राशि पर्यटन विभाग को मिलेगी। स्कीम की गाइडलाइन में कहा गया कि राज्य चयनित टूरिस्ट डेस्टिनेशन को इस तरह से आइकॉनिक बनाएं कि वहां पर्यटक कई बार घूमने आएं। टूरिस्ट डेस्टिनेशन तक पहुंचने की सुगम राह, पार्किंग एरिया, साफ-सफाई की व्यवस्था हो। साथ ही पर्यटक के डेस्टिनेशन घूमने के बाद उसकी संतुष्टि जानने के उपाय किए जाएं।
देखो अपना देश-यूथ पर फोकस
पीएम नरेन्द्र मोदी भी मन की बात कार्यक्रम में कह चुके हैं कि लोग विदेश जाने की बजाय एक बार अपने ही देश के किसी पर्यटन स्थल पर जरूर जाएं इसलिए पर्यटन मंत्रालय यूथ व देसी पर्यटकों पर ज्यादा फोकस कर रहा है। ऐसे में केन्द्र सरकार राज्यों के प्रमुख डेस्टिनेशन को आइकॉनिक बना रही है जिससे युवाओं में घूमने का क्रेज बढ़ सके।18 माह में ये टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनेंगे आइकॉनिक
18 महीने में जयपुर का कायापलट होगा। इन टूरिस्ट डेस्टिनेशन को आइकॉनिक बनाने का काम जारी है।ये करेंगे मॉनिटरिंग
भजनलाल शर्मा- मुख्यमंत्री दिया कुमारी- उपमुख्यमंत्री रवि जैन- पर्यटन सचिव वीपी सिंह-पर्यटन आयुक्त परकोटा, जलमहल और आमेर के आइकॉनिक टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनने के बाद जयपुर देश-दुनिया के पर्यटन मानचित्र पर अपनी नई पहचान के साथ सामने आएगा। पर्यटन तो बढ़ेगा ही युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। – हुसैन खान, अध्यक्ष होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान