जानकारी के अनुसार रामपुरा डाबड़ी बस स्टैंड निवासी रतनी देवी बुनकर (55) पत्नी सोलाराम बुनकर जैतपुरा की एक फैक्ट्री में काम करती थी। फैक्ट्री में छुट्टी होने के बाद वह शाम को राधा स्वामी बाग डूंगरी के पास मंदिर में पौषबड़ा प्रसादी खाने के लिए रुक गई थी। यहां देर होने पर उसने पति सोलाराम को लेने के लिए बुलाया था।
महोत्सव में प्रसादी जीमने के बाद दोनों पैदल ही डूंगरी के पास रतनी देवी व इसका पति सोलाराम बुनकर पैदल चल रहे थे, तब बाइक चालक ने गलत दिशा से आते हुए दोनों को टक्कर मार दी। टक्कर लगने के बाद दोनों घायल हो गए। दंपति को घायल होने पर ग्रामीणों ने दोनों को चौमूं के एक निजी अस्पताल में ले गए, जहां पर रतनी देवी की गंभीर हालत होने पर जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल रेफर किया गया। इस दौरान रतनी देवी ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। बाद में रतनी देवी के शव को सवाई मानसिंह हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाया।
बुधवार सुबह पुलिस व परिजनों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम करने के बाद शव को परिजन को सौंप दिया। पुलिस में मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस मित्र राजेश तानावाड ने बताया कि रतनी देवी पहले भी एक दुर्घटना में घायल हो गई थी जिससे मृतक रत्नी देवी के पैर में रॉड डाली गई थी, फिर दूसरी बार दुर्घटना घटने पर रतनी देवी बुनकर ने दम तोड़ दिया। जानकारी में बताया गया है कि इसके संतान नहीं थी।