जयपुर। ऊर्जा दक्षता (energy efficiency) में राजस्थान उत्कृृष्ट “फ्रन्ट रनरप” राज्यों में शामिल हुआ है। विद्युत मंत्रालय एवं ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी की ओर से जारी सूची में स्टेट एनर्जी एफिशिएंसी इन्डेक्स 2020 (State Energy Efficiency Index 2020) में राजस्थान को दूसरा स्थान मिला है। ऊर्जा दक्षता एवं बिजली बचत के आधार पर कर्नाटक के बाद राजस्थान ने देश में सर्वोच्च श्रेणी ‘फ्रन्ट रनर’ मे स्थान प्राप्त किया है। वहीं उद्योगों, नगर निकायों, भवनों, यातायात, कृृषि तथा विद्युत वितरण की उप श्रेणी में सबसे ज्यादा अंकों की वृृद्वि करने वाला राज्य भी बना है।
विद्युत मंत्रालय एवं ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी की ओर से स्टेट एनर्जी एफिशिएंसी इन्डेक्स 2020 मे राजस्थान राज्य ने ऊर्जा दक्षता के क्षेत्र में किये गये कार्यो के आधार पर देश में सर्वोच्च श्रेणी ‘फ्रन्ट रनर’ मे स्थान प्राप्त किया है। विद्युत एवं नवीन तथा नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर.के. सिंह ने स्टेट एनर्जी एफिशिएंसी इन्डेक्स 2020 जारी किया गया है, जिसमें देश के सभी राज्यो की ऊर्जा दक्षता एवं बचत के कार्यो एवं उपायों के आधार पर रेंकिग की गई हैं।
राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के अध्यक्ष डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि स्टेट एनर्जी एफिशिएंसी इन्डेक्स 2020 के लिए भारत सरकार की ओर से देश के समस्त राज्यों को चार श्रेणियों मे बांटा गया। प्रथम श्रेणी मे ‘फ्रन्ट रनर’, द्वितीय श्रेणी मे अचीवर, तृृतीय श्रेणी मे कंटेंडर एवं चतुर्थ श्रेणी मे एस्परेंट, जिसमें राजस्थान ने फ्रन्ट रनर राज्य की उच्चतम श्रेणी मे स्थान प्राप्त किया है। कुल अंको के आधार पर राजस्थान राज्य देश में द्वितीय स्थान पर है। उन्होंने बताया कि ऊर्जा बचत एवं दक्षता के किये गये विशेष प्रयासों के परिणामस्वरूप राजस्थान राज्य स्टेट एनर्जी एफिशिएंसी इन्डेक्स 2020 मे फ्रन्ट रनर घोषित हुआ है। राजस्थान एनर्जी एफिशिएंसी इन्डेक्स 2020 में सर्वाधिक विकास करने वाले देश के अन्य राज्यों मे प्रथम स्थान पर आया हैं। वर्ष 2020 के एफिशिएंसी इन्डेक्स में राजस्थान नगर निकायों एवं क्रॉस सेक्टर की उप श्रेणी मे भी देश में सर्वाधिक स्कोर प्राप्त करने वाला राज्य है।