जयपुर। प्रदेश में व्यावसायिक परिसरों, परिवहन साधनों, कृषि और उद्योगों आदि में ऊर्जा दक्षता बढ़ाने और ऊर्जा बचत (energy saving) की दीर्घकालीन कार्ययोजना तैयार की जाएगी। केन्द्र सरकार के पावर मंत्रालय के ब्यूरो आॅफ एनर्जी एफिसिएंसी (Bureau of Energy Efficiency) (बीईई) की गाईड लाइन व प्रदेश की परिस्थितियों के अनुकूल एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा। इसके लिए राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम (Rajasthan Renewable Energy Corporation) के सीएमडी डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बुधवार को अधिकारियों को निर्देश दिए।
सीएमडी ने इसे लेकर अधिकारियों के साथ बैठक ली। उन्होंने बताया कि अधिकारियों का दल एक माह में एक्शन प्लान तैयार कर पेश करेगा। समन्वित प्रयासों व समझाइस से मॉल्स, सरकारी कार्यालयों व व्यावसायिक स्थानों और औद्योगिक कारखानों में ऊर्जा की बचत कर विद्युत लागत को आसानी से कम किया जा सकता है। अधिकारियों की समिति इन छोटे उपायों सहित दीर्घकालीन एक्शन प्लान प्रस्तुत करेगी, जिसका अध्ययन कर लागू किया जाएगा। बैठक में अधिकारियों ने कम्प्यूटर प्रजेटेंशन भी देकर प्रगति की जानकारी दी।
यूं की जा सकती है बिजली बचत
— जरुरत नहीं होने पर बिजली बंद रखने
— रोड लाइट पर अधिक समय तक लाल बत्ती की स्थिति में वाहन को बंद करने
— पांच सितारा विद्युत उपकरणों के उपयोग
— जरुरत नहीं होने पर बिजली बंद रखने
— रोड लाइट पर अधिक समय तक लाल बत्ती की स्थिति में वाहन को बंद करने
— पांच सितारा विद्युत उपकरणों के उपयोग