दरअसल, उत्तर पश्चिम रेलवे जोन में गांधीनगर, जयपुर जंक्शन, उदयपुर, अजमेर, जैसलमेर समेत 85 छोटे-बड़े रेलवे स्टेशनों का अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत कायाकल्प किया जा रहा है। उन्हें एयरपोर्ट की तरह अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। सीधे तौर पर उन्हें सिटी सेंटर की तर्ज पर डवलप किया जा रहा है। इस कड़ी में जयपुर जंक्शन और गांधीनगर स्टेशन पर काफी काम हो चुका है।
गत दिनों रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने गांधीनगर स्टेशन का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने एयर कॉनकोर्स एरिया को देखकर चिंता जताई। यूं मानो वहां खुलापन खत्म सा हो गया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि एयर कॉनकोर्स एरिया के पूर्व निर्धारित क्षेत्र को कम किया जाए। स्टेशन में खुलापन जरूरी है। विशेषकर उपयोगिता के अनुसार ही उसे बनाया जाए। इसके लिए जिन स्टेशनों पर इसकी जरूरत है, उनका दोबारा रिव्यू करे और फिर से प्लान बनाकर उसके अनुरूप ही काम होना चाहिए। ये निर्देश मिलने के बाद उत्तर पश्चिम रेलवे के अधिकारी जुट गए हैं।
इधर, बंद होंगे एक-दो नंबर प्लेटफॉर्म
गांधीनगर स्टेशन पर 50 फीसबी तक काम पूरा हो चुका है। जयपुर जंक्शन पर भी तेज गति से काम चल रहा है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार जल्द ही प्लेटफॉर्म नंबर एक व दो पर री-डवलपमेंट काम शुरू होगा, जिससे मेगा ब्लॉक होगा। कई ट्रेनें रद्द, आंशिक रद्द होगी। ट्रैफिक ब्लॉक के कारण यात्रियों को विक्कत होगी कारण कि त्योहारी सीजन चल रहा है ट्रेनों के डायवर्जन रद्द व आंशिक रद्द होगा।
इन पर पड़ेगा असर
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि स्टेशनों के री-डवलपमेंट प्लान और डिजाइन में बदलाव से कई यात्री सुविधाओं पर असर पड़ेगा। यानी स्टेशन पर बनाए जा रहे गेम जोन, फूड कोर्ट, रेस्त्रां, कैफेटेरिया की
जगह कम हो जाएगी। बताया जा रहा है कि केवल कॉनकोर्स एरिया में बदलाव किया जाएगा। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि सुधार उपयोगिता के आधार पर किया जाएगा।