पहला सवाल – ‘आंकड़े जारी करने में देरी क्यों?’
‘हॉट सीट’ नागौर से प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल ने चुनाव आयोग को इंगित करते हुए कहा कि लोक सभा के पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को और दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को हुआ। नियमों के मुताबिक़ चुनाव आयोग को मतदान के 24 से 48 घंटो के भीतर मतदान के अंतिम आंकड़े पेश कर दिए जाने थे। लेकिन ये अंतिम आंकड़े पहले चरण के 11 दिनों बाद और दूसरे चरण के 4 दिन बाद पेश किए गए। ऐसा क्यों?
दूसरा सवाल – अंतरिम और अंतिम आंकड़ों में अंतर क्यों?
बेनीवाल ने आयोग की कार्यशैली पर एक और आरोप जड़ा। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की ओर से जारी हुए आंकड़ों को गौर से देखें तो इसके अंतिम और अंतरिम आंकड़ों में काफी ज्यादा अंतर नज़र आता है। उन्होंने सवाल उठाते हुए पूछा – ऐसा क्यों?
तीसरा सवाल – ‘क्यों नहीं बता रहे वास्तविक संख्या?’
हनुमान बेनीवाल ने चुनाव आयोग द्वारा मतदान का प्रतिशत जारी करने की प्रक्रिया पर एक और सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने वोटों की वास्तविक संख्या नहीं बताई है, जो आयोग पर बड़ा सवालिया निशान है।
ये रखी मांग
बेनीवाल ने चुनाव आयोग से एक अपील भी की। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग खुद संदेह के दायरे में है। ऐसे में जन मानस के मन में उठ रहे सवालों के जवाब आंकड़ों के साथ जल्द से जल्द पेश करने की जरूरत है।