Rajasthan Politics: 17 नेता और अफसर बीजेपी में शामिल, 5 नेताओं की हुई घर वापसी
राठौड़ ने शनिवार को पत्रकारों से कहा कि भाजपा की सरकार आते ही कांग्रेस राज के 5 वर्षों में हुई सभी भर्तियों की जांच करवाएंगे और सत्यता को जनता के सामने लाएंगे। जांच रिपोर्ट में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। राठौड़ ने कहा कि सीएम गहलोत झूठों के मसीहा बनकर उभरे हैं, 2018 के विधानसभा चुनाव में बड़े-बड़े झूठे वादे करके राजस्थान की जनता को मूर्ख बनाने का कार्य किया है। इनके दिल्ली वाले नेता भी राजस्थान में आकर बड़ी-बड़ी बातें कर राजस्थान की जनता को झूठ के चक्कर में फंसा वापस दिल्ली चले गए। इनके वादों में फंस कर किसान आत्महत्या कर रहे हैं। मुख्यमंत्री कह रहे हैं हम स्मार्टफोन बाटेंगे।
यही बात अशोक गहलोत ने राजस्थान की विधानसभा में भी 2022 में कही थी और उसी के निमित्त ढाई हजार करोड़ का बजट का प्रावधान भी किया, लेकिन एक स्मार्टफोन कम से कम 10 हजार से 15 हजार का भी मानें तो लगभग 20,000 करोड़ रुपए का बजट बनता है। इसी से मालूम चलता है कि झूठ में माहिर प्रदेश के मुख्यमंत्री जनता को किस तरीके से ***** बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
मेरे पास थी धर्मेन्द्र राठौड़ की वो डायरी
उदयपुरवाटी में राजेन्द्र गुढ़ा ने कहा कि जब धर्मेन्द्र राठौड़ के यहां इनकम टैक्स और ईडी की रेड हुई थी, तब गहलोत को सौ विधायकों में से मैं ही नजर आया था। उस समय मौके पर तैनात केन्द्रीय बल के जवानों के बीच से वह डायरी निकालकर लाया था। जिस पर मुझे कहा गया था कि राजेन्द्र गुढ़ा तुमको तो हॉलीवुड में होना चाहिए। आज मुख्यमंत्री की बाजीगीरी क्या है, मुझे समझ में नहीं आई। गुढ़ा ने कहा कि अभी मैं कांग्रेस में हूं, भाजपा में नहीं जाऊंगा।
मेरी गिरफ्तारी हुई तो वेलकम करता हूं:
गुढ़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत उनकी गिरफ्तारी करवाते हैं तो उनका वेलकम करता हूं। शांति धारीवाल को 80 साल का वृद्ध बताते हुए कहा कि धारीवाल ने भी अनुशासनहीनता की, फिर उनको बर्खास्त क्यों नहीं किया गया?
धारीवाल बोले… गुढ़ा बिगड़ा हुआ केस: गुढ़ा मामले को लेकर सवाल पूछने पर नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि राजेंद्र गुढ़ा बिगड़ा हुआ केस है।