शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा की अध्यक्षता में गठित समिति महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूलों को मजबूत बनाने पर काम करेगी। लेकिन, खुद के राजनीतिक फायदे के लिए भ्रामक बयान देना कांग्रेस की पुरानी आदत है।
उन्होंने कहा कि गहलोत राज में अंग्रेजी शिक्षा के नाम पर सिर्फ बोर्ड लगाने का काम किया और स्टूेंड्स के साथ छलावा किया। कांग्रेस राज में इन स्कूलों के लिए ना तो अंग्रेजी शिक्षकों की भर्ती की और ना ही इसके लिए बजट दिया। सिर्फ सरकारी स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम में बदलकर कांग्रेस ने इन स्कूलों को बंद करने का षडयंत्र किया है।
कांग्रेस का पलटवार…निजी स्कूलों के दवाब में सरकार, करेंगे आंदोलन
अंग्रेजी मीडियम स्कूलों की समीक्षा के लिए राज्य सरकार के कमेटी गठित करते ही कांग्रेस नेता पलटवार किया है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि सरकार ने सरकारी स्कूली शिक्षा को बर्बाद करने का संकल्प कर लिया है। निजी अंग्रेजी मीडियम स्कूलों के भारी दबाव में है ऐसा फैसला लेना पड़ा है, क्योंकि इन स्कूलों में निशुल्क अथवा बेहद कम फीस में ही बच्चे अच्छी शिक्षा पा रहे हैं। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि भाजपा नेताओं को इस बात की तकलीफ है कि कमजोर, शोषित और पीड़ितों के बच्चे अंग्रेजी शिक्षा हासिल करके कहीं इनकी बराबरी न कर लें। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि भाजपा सरकार नहीं चाहती कि गरीब और मध्यम वर्ग के बच्चे अंग्रेजी शिक्षा प्राप्त करें, जबकि भाजपा नेताओं के बच्चे महंगे स्कूलों और विदेशों में पढ़ते हैं। यह दोहरा मापदंड भाजपा सरकार की असली मंशा को उजागर करता है।
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