राजस्थान में विधानसभा उपचुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी है। इसी कड़ी में भारत आदिवासी पार्टी ने संगठन में विस्तार करते हुए प्रदेश के पांच जिलों में जिला अध्यक्ष नियुक्त किए है। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के बाद प्रदेश की पांच सीटों और सलूंबर सीट से विधायक अमृतलाल मीना के निधन के बाद 6 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने है।
भारत आदिवासी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहन लाल रोत के अनुमोदन के बाद प्रदेश अध्यक्ष रमेश मईडा ने डूंगरपुर, बांसवाडा, प्रतापगढ़, सलूम्बर, उदयपुर में जिला अध्यक्ष की नियुक्ति की हैं। जिसके तहत अनुतोष रोत को डूंगरपुर जिलाध्यक्ष, प्रभुलाल बुझ को बांसवाड़ा का जिलाध्यक्ष, दिलीप कुमार राणा को प्रतापगढ़ का जिलाध्यक्ष, आनंद बुझ को सलूम्बर का जिलाध्यक्ष और अमित खराडी को उदयपुर का जिलाध्यक्ष नियुक्त किया है।
बीजेपी और बीएपी के गठबंधन को लेकर बांसवाड़ा सांसद राजकुमार रोत ने सोशल मीडिया पर लिखा कि ‘आजादी के 75 वर्षो बाद भी आदिवासी क्षेत्र के सर्वांगीण विकास एवं आदिवासियों के हक-अधिकारों के लिए किसी नेता ने काम नहीं किया। इसीलिए आज BAP पार्टी के सांसद एवं विधायक काम कर रहे हैं। इस हकीकत को स्वीकार करने के लिए भाजपा प्रदेश प्रभारी राधा मोहनदास अग्रवाल को धन्यवाद।’
उन्होंने आगे लिखा कि ‘आपसे उम्मीद है कि उदयपुर एवं बांसवाड़ा संभाग के बीजेपी नेताओं को सद्बुद्धि देंगे। मगर, आप मुझे बड़ा नेता नहीं बना सकते। मुझे नेता पहले चौरासी और फिर बांसवाड़ा-डूंगरपुर की जनता ने बनाया है। हम कभी किसी के साथ नहीं जाएंगे. यह चुनाव भी स्वतंत्र होकर लड़ेंगे।’
समाज को तोड़ने वालों से गठबंधन नहीं- BJP प्रदेशाध्यक्ष
उधर, गठबंधन की हवाओं के बीच में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने साफ कर दिया है कि उपचुनाव पार्टी खुद के दम पर लड़ेगी, किसी के साथ गठबंधन नहीं होगा। बीएपी के लिए उन्होंने कहा कि जो समाज को तोड़ने का काम कर रहे हैं, हम सपने में भी उनसे गठबंधन करने की नहीं सोच सकते हैं।