उन्होंने कहा कि सभी जानकारी पुलिस के पास होगी तो नौकर और किराएदारों की ओर से किए जाने वाले अपराधों में तेजी से कमी आएगी। कई अपराधों में नौकर और किराएदार शामिल रहते है और घटना को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं। मकान मालिक को नौकर और किराएदारों की अधिक जानकारी नहीं होने से पुलिस को अपराधी तक पहुंचने में देर हो जाती है।
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मिलेंगी ये सुविधाएं
■ आमजन अपने नौकर, किराएदार, कर्मचारी की डिटेल्स अपलोड कर सकते हैं। इसमें नाम, मोबाइल नंबर, वैध आइडी व फोटो अपलोड करनी होगी। उसके बाद संबंधित बीट अधिकारी सुविधानुसार आपसे संपर्क कर लेगा।■ एक से ज्यादा दिनों के लिए बाहर जाने पर अपने सूने घर की जानकारी अपलोड कर सकते हैं। ताकि गश्ती दल समय- समय पर चैक कर सके।
■ पूर्व में रहे नौकर व किराएदार की भी जानकारी अपलोड कर सकते हैं।
■ इस ऐप की पांच स्तर पर मॉनिटरिंग की जाएगी : बीट स्तर, थानाधिकारी, सर्कल, जिला स्तर व कमिश्नरेट स्तर ।