दरअसल राजस्थान मेंं पिछले कुछ सालों में ग्रुप सुसाइड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार साल 2017 से लेकर साल 2022 तक गु्रप सुसाइड के 80 केस सामने आए हैं। इनमें 204 लोगों ने अपनी जान दे दी। इनमें से अधिकतर प्रेमी युगल थे। जिन्होनें समाज में अपना रिश्ता बर्दाश्त नहीं होने के डर से और परिजनों के डर से सुसाइड कर लिया। हांलाकि इनमें नाबालिग प्रेमियों की संख्या भी अच्छी खासी है। पांच साल के दौरान बड़ी संख्या में प्रेमी युगल पुलिस अधिकारियों के पास मदद मांगने भी पहुंचे हैं।
यही कारण है कि अब बालिग प्रेमियों के लिए राजस्थान पुलिस ने सुरक्षा उपलब्ध कराने की तैयारी कर ली है। बालिग युगल यानी शादी की अधिकारिक उम्र पूरी कर चुके युगल अपनी पसंद से शादी कर सकते हैं। ऐसे में उनको पुलिस की मदद चाहिए तो पुलिस उनकी मदद करेगी। इस पूरे अभियान की कमान सीनियर महिला आईपीएस अधिकारी श्वेता धनकड़ के हाथ में है। वहीं इस पूरे अभियान की नोडल अधिकारी हैं। वे मूल रूप से हरियाणा की रहने वाली हैं। राजस्थान में कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुकी हैं।