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जयपुर

राजस्थान पत्रिका एप ने बनाया इतिहास

अपने पाठकों को स्मार्ट रीडर बनाने के लिए शुरू डिजीटल मुहिम को
सफल बनाने में अभूतपूर्व उत्साह दिखाने के लिए राजस्थान पत्रिका अपने
पाठकों का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें सैल्यूट करता है

जयपुरDec 10, 2015 / 06:00 am

शंकर शर्मा

Rajasthan Patrika

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जयपुर. अपने पाठकों को स्मार्ट रीडर बनाने के लिए शुरू डिजीटल मुहिम को सफल बनाने में अभूतपूर्व उत्साह दिखाने के लिए राजस्थान पत्रिका अपने पाठकों का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें सैल्यूट करता है। राजस्थान पत्रिका हिन्दी न्यूज एप को बुधवार, 9 दिसंबर को लाखों सुधि पाठकों ने डाउनलोड किया। इस एप को डाउनलोड करने वाले पाठकों के लिए बुधवार के परिवार परिशिष्ट में यूनीक मोबाइल कोड प्रकाशित किया गया था जिसे एप में भरकर सबमिट करना था।


देश के मीडिया में संभवत: पहली बार इस तरह का प्रयोग हो रहा है जिसमें पाठकों को सेलेब्रेशन ऑफर के ड्रॉ में सीधे एंट्री के साथ लग्जरी कारों समेत अन्य हजारों उपहार जीतने का मौका मिल रहा है।

जो पाठक किसी भी कारण से बुधवार को राजस्थान पत्रिका हिन्दी न्यूज एप को डाउनलोड नहीं कर सके हैं, वे अब भी इसे अपने मोबाइल फोन में डाउनलोड व इंस्टॉल करके यूनीक कोड को सबमिट कर सुपर विनर की दौड़ में शामिल हो सकते हैं। कोड से उनके पुरस्कार जीतने के अवसर भी चार गुना बढ़ जाएंगे क्योंकि एक परिवार के अधिकतम चार सदस्य इस कोड को अपने-अपने मोबाइल में इंस्टॉल राजस्थान पत्रिका हिन्दी न्यूज एप के जरिये सबमिट कर सकते हैं।

घर-घर रही एप की चर्चा
बुधवार को पत्रिका के परिवार परिशिष्ट में प्रकाशित यूनीक मोबाइल कोड को लेकर राज्यभर के पाठकों में जोरदार उत्साह व रोमांच देखा गया। सुबह से ही लोग अपने-अपने मोबाइल फोन में इस कोड को सबमिट करने व एप से जुड़ी जानकारी लेने में जुट गए। परिवार के साथ लोग अपने परिचितों को भी इस एप व यूनीक कोड की जानकारी दे रहे थे। बुजुर्ग व ऐसे लोग जो ज्यादा टेक्नो फ्रेंडली नहीं थे, उनमें भी एप व कोड के इस नए अनुभव को लेकर काफी उत्सुकता व उत्साह देखा गया। कई पाठकों ने पत्रिका के कार्यालयों में फोन से व व्यक्तिगत रूप से आकर एप व कोड से जुड़ी जानकारी जुटाई।

कई ने तो वाट्सएप व सोशल मीडिया पर भी एप व कोड की जानकारी शेयर की ताकि उनके परिचित इस मौके को चूक न जाएं। एक तरफ जहां राजस्थान पत्रिका के एप से रीडर हर पल ताजा खबरों से अपडेट रहेंगे, वहीं उनके ड्रॉ में पुरस्कार जीतने के अवसर भी चार गुना बढ़ जाएंगे। राजस्थान पत्रिका के एप को गूगल प्ले स्टोर (एंड्रॉयड मोबाइल फोन) व एप्पल के एप स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।

टेक्नोलॉजी के इस नए इनोवेटिव प्रयोग से जुडऩे वाले पाठकों को फॉर्मेट भरने, काटने व जमा कराने के झंझट से भी मुक्ति मिलेगी। हालांकि कूपन वाला फॉर्मेट भी जारी है और ऑफर के नियम व शर्तों के तहत पूरी तरह से मान्य होगा। एक बार पुन: पत्रिका समूह के प्रति अपार स्नेह एवं विश्वास व्यक्त करने के लिए सुधि पाठकों का हार्दिक आभार।

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