सबसे अधिक तृतीय श्रेणी शिक्षक अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में जाने के लिए इच्छुक हैं। सबसे ज्यादा शिक्षकों के रिक्त पदों से परेशानी भी प्रारिम्भक शिक्षा विभाग में है। पहली से आठवीं तक के स्कूलों में शिक्षकों की ज्यादा कमी है। यह स्कूल दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। कई जगह एकल या दो शिक्षक के भरोसे आठ-आठ कक्षाएं चल रही है। इसी वजह से आए दिन तालाबंदी की नौबत आती है।
हिन्दी माध्यम के विद्यार्थियों का पाठ्यक्रम भी समय पर पूरा नहीं हो पाएगा। अभी शिक्षकों की नई भर्ती की संभावना भी नहीं है। पदोन्नति और डीपीसी की सतत प्रक्रिया चल रही है। इसका असर भी सबसे नीचे स्तर पर आता है। तृतीय श्रेणी शिक्षक पदोन्नत होकर द्वितीय और द्वितीय श्रेणी शिक्षक प्रधानाध्याक, व्याख्याता, शिक्षा अधिकारी बन जाते हैं। इससे माध्यमिक और उच्च माध्यम स्कूलों में राहत मिलती है, लेकिन पहली से आठवीं तक के स्कूलों की परेशानी बढ़ती है।
संविदा शिक्षकों के भरोसे अंग्रेजी माध्यम स्कूल
महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम एवं राजकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में पद रिक्तों पर अभी तक संविदा पर लिए शिक्षकों को लगा रखा था। उन्हें मासिक 16 हजार 900 रुपए मानदेय दिया जा रहा है। प्रदेश में करीब पांच हजार से अधिक संविदा पर यह सहायक अध्यापक लेवल वन एवं टू एक साल से कार्यरत है। नए सत्र में जुलाई में कार्यकाल समाप्त होने पर उसे आगामी आदेश तक बढ़ा दिया था। प्रदेश में 3500 से अधिक अंग्रेजी माध्यम स्कूल संचालित हो रहे हैं। ऐसे में प्रदेश में स्कूलों में शिक्षकों की कमी में यह संविदा शिक्षक कुछ राहत दे रहे थे, उस पर भी असर पड़ेगा।87 हजार में से 18 हजार का चयन
अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के लिए शिक्षक से लेकर प्राचार्य तक के 18 हजार पदों पर चयन किया जाना है। इसके लिए 87 हजार 785 शिक्षकों ने आवेदन किया है। चयन परीक्षा 25 अगस्त को होने के बाद हिन्दी माध्यम से अंग्रेजी माध्यम में शिक्षकों का पदस्थापन किया जाएगा। यह भी पढ़ें
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सरकारी स्कूलों में रिक्त पदों का गणित
प्रदेश के सरकारी स्कूलों हिन्दी माध्यम में वरिष्ठ शिक्षकों के 91 हजार 054 पदों के मुकाबले 65 हजार 658 शिक्षक ही उपलब्ध है। जबकि 25 हजार 396 पद रिक्त हैं। प्राचार्य एवं समकक्ष के 17 हजार 938 पदों के मुकाबले 10 हजार 848 प्राचार्य कार्यरत हैं। इस श्रेणी के 7090 पद रिक्त हैं। तृतीय श्रेणी शिक्षक लेवल प्रथम के 1 लाख 14 हजार 510 पदों के मुकाबले 1 लाख 5 हजार 914 शिक्षक उपलब्ध हैं। लेवल प्रथम के 8 हजार 596 पद रिक्त हैं। थर्ड ग्रेड लेवल -2 के 57 हजार 235 पदों में से 5 हजार 855 पद रिक्त हैं। इस श्रेणी के 51 हजार 380 शिक्षक कार्यरत है। शारीरिक शिक्षकों के भी पद रिक्त पड़े हैं।भर्ती प्रक्रिया से भरेंगे पद
हिन्दी माध्यम स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पदों और अब हिन्दी माध्यम से अंग्रेजी माध्यम में शिक्षकों का चयन करने पर रिक्त होने वाले पदों को सरकारी भर्ती के माध्यम से भरा जाएगा। मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने की घोषणा कर चुके है। इसे शीघ्र पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।
—आशीष मोदी, निदेशक माध्यमिक शिक्षा बीकानेर
—आशीष मोदी, निदेशक माध्यमिक शिक्षा बीकानेर