पुलिस ने मौके से 1000 लीटर से अधिक नकली घी बरामद किया और दो कर्मचारियों को हिरासत में लिया। इन कर्मचारियों ने बताया कि वे इसे बाजार में 400 से 450 रुपए की कीमत में बेच रहे थे, जबकि असली घी के मुकाबले यह 100 रुपए सस्ता था। फूड डिपार्टमेंट ने मौके से सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिया है।
मुहाना थाना सीआई मदन लाल ने बताया कि उन्हें इलाके में नकली घी की फैक्ट्री की सूचना मिली थी, जिसके बाद उनकी टीम ने तुरंत कार्रवाई की। छापेमारी के दौरान, पुलिस ने सरस और कृष्णा ब्रांड के 1 लीटर के पैकेट, स्टीकर और टीन भी बरामद किए। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह फैक्ट्री पिछले एक साल से संचालित हो रही थी और उन्होंने कई बार फूड डिपार्टमेंट को इसकी सूचना दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
नकली घी का सेवन करने से स्वास्थ्य पर गंभीर खतरे हो सकते हैं। जैसे कि हार्ट की बीमारी, हाई ब्लड प्रेशर, लिवर खराब होना, गर्भपात का खतरा, दिमाग में सूजन, पेट में समस्याएं और कोलेस्ट्रॉल बढ़ना। पुलिस अब उन दुकानों की जांच कर रही है, जहां नकली घी सप्लाई किया जा रहा था। ऐसे में, इस मामले में और भी कार्रवाई की संभावना है।