खाद्य आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा ने इसके संकेत दिए हैं। अभियान को लेकर जिला रसद अधिकारियों को भी निर्देश दिए गए हैं। प्रत्येक जिले में अलग-अलग टीम गठित करके कार्रवाई की जाएगी। हालांकि अवैध रिफिलिंग के खिलाफ अभियान हर साल शुरू किया जाता है, लेकिन स्थानीय स्तर पर मिली भगत के चलते विभाग को ज्यादा कामयाबी नहीं मिलती। पिछले साल
राजस्थान में अवैध रिफिलिंग के 115 मामलों पर कार्रवाई की गई थी।
ये बड़ी चुनौती
दरअसल घरेलू गैस की अवैध रिफिलिंग मामलों पर लगाम इसलिए भी नहीं लग पा रही है, चूंकि ये काम अब बाजारों और दुकानों की बजाए घरों के अंदर हो रहा है। दो से पांच किलो तक के गैस सिलेंडर रिफिल किए जाते हैं। अभियान के दौरान टीमें बाजारों और दुकानों तक ही पहुंचकर इतिश्री कर लेती हैं, जबकि घरों की सूचना विभाग के पास नहीं होती है।
सटीक जानकारी मिलना जरूरी
अभियान के दौरान अवैध रिफिलिंग की सटीक जानकारी मिल सके, इसके लिए विभाग इस बार गुप्तचर प्रणाली पर भी विचार कर रहा है, किन घरों में रिफिलिंग हो रही है, ऐसी सूचना देने वालों को पुरस्कार भी दिया जा सकता है।
कई बार हो चुके बड़े हादसे
घरेलू गैस की अवैध रिफिलिंग के चलते कई बार बड़े हादसे भी हो चुके हैं, जिनमें जान माल का नुकसान हुआ है। इसी के मद्देनजर विभाग हर साल अवैध गैस रिफिलिंग के खिलाफ अभियान चलाता है। कार्रवाई के दौरान रिफिलिंग करते पाए जाने पर गैस सिलेंडर और अन्य उपकरण जत कर लिए जाते हैं। इनका कहना है…
घरेलू गैस की अवैध रिफिलिंग के खिलाफ अभियान जल्द ही शुरू कर रहे हैं। अवैध रिफिलिंग पर पूरी तरह से लगाम लग सके इसके लिए कुछ नए प्रयोग करेंगे।
- सुमित गोदारा, मंत्री खाद्य आपूर्ति विभाग