जीत की कवायद किसी राज्य सभा, लोकसभा या विधानसभा चुनाव से कम नहीं दिख रही है। या यूं कहें कि सांसद या विधायक को जीत दिलाने की तर्ज़ पर ही एक पार्षद को जिताने के लिए भी राजनीतिक दल ऐढी-चोटी का जोर लगाते दिख रहे हैं। नौबत यहां तक पहुंची हुई है कि केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों तक को निगम चुनाव में जीत का पताका फहराने के लिए जिम्मेदारियां दी गईं हैं।
केंद्रीय मंत्री भी उतरे मैदान में
जयपुर, जोधपुर और कोटा की छह नगर निगमों के लिए हो रहे नगर निगम चुनाव में भाजपा ने दो केंद्रीय मंत्रियों को अहम् जिम्मेदारियां दी हैं। इसके तहत जयपुर की दो नगर निगमों जयपुर हेरिटेज और जयपुर ग्रेटर में चुनाव के लिए केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को समन्वयक बनाया गया है।
जयपुर, जोधपुर और कोटा की छह नगर निगमों के लिए हो रहे नगर निगम चुनाव में भाजपा ने दो केंद्रीय मंत्रियों को अहम् जिम्मेदारियां दी हैं। इसके तहत जयपुर की दो नगर निगमों जयपुर हेरिटेज और जयपुर ग्रेटर में चुनाव के लिए केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को समन्वयक बनाया गया है।
इसी तरह से जोधपुर शहर के दोनों नगर निगमों की ज़िम्मेदारी केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी को दी गई है। इसी तरह से सांसद राजेंद्र गहलोत को जयपुर हैरिटेज के लिए प्रभारी बनाया गया है। वहीं कोटा दक्षिण में सांसद अर्जुन मीणा को प्रभारी बनाया गया है।
यही नहीं जोधपुर के लिए केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और जयपुर के लिए सांसद रामचरण बोहरा जैसे चर्चित चेहरों को समय-समय पर मैदान में उतारा जाना तय माना जा रहा है।