मानसूनी हवाएं प्रदेश का एक बार फिर रुख करेंगी। शुक्रवार को भी अलवर, भरतपुर, झुंझुनूं, पिलानी सहित कई अन्य स्थानों मेघगर्जन व बारिश हुई है। हालांकि अभी दो-तीन दिन गर्मी और पड़ेगी। इसके बाद 6-7 जुलाई से हवाओं के रुख में परिवर्तन होगा। पूर्वी हवाएं नमी लेकर आएंगी। इन हवाओं से 7-8 जुलाई से पूर्वी राजस्थान में बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होना शुरू हो जाएगी। 9-10 जुलाई के बाद मानसून पूर्वी राजस्थान में सक्रिय हो सकता है। वहीं 10 के बाद अच्छी बारिश हो सकती है। वहीं पश्चिमी राजस्थान के कुछ भागों में 11-12 जुलाई से मानसून सक्रिय होगा।
जयपुर में झमाझम बारिश
जयपुर में दोपहर को मौसम बदला और कई इलाकों में तेज बरसात शुरू हो गई। जिससे मौसम में ठडंक घुल गई। शहर के चारदीवारी क्षेत्र, सिविल लाइंस, राजापार्क, गोपालपुरा बाईपास, मानसरोवर, दुर्गापुरा सहित कई इलाकों में बादल छा गए और बरसात शुरू हो गई, इससे मौसम सुहाना हो गया। बरसात के कारण दोपहिया चालकों को खासी परेशानी झेलनी पड़ी। तेज बरसात के कारण शहर के कई इलाकों में पानी भी भर गया। राजधानी में रविवार को 2.7 मिमी बरसात रिकॉर्ड की गई।
जयपुर में दोपहर को मौसम बदला और कई इलाकों में तेज बरसात शुरू हो गई। जिससे मौसम में ठडंक घुल गई। शहर के चारदीवारी क्षेत्र, सिविल लाइंस, राजापार्क, गोपालपुरा बाईपास, मानसरोवर, दुर्गापुरा सहित कई इलाकों में बादल छा गए और बरसात शुरू हो गई, इससे मौसम सुहाना हो गया। बरसात के कारण दोपहिया चालकों को खासी परेशानी झेलनी पड़ी। तेज बरसात के कारण शहर के कई इलाकों में पानी भी भर गया। राजधानी में रविवार को 2.7 मिमी बरसात रिकॉर्ड की गई।
मानसून के लिए करना होगा इंतजार
मौसम विभाग के मुताबिक जयपुर में अभी मानसून की एंट्री नहीं हुई है। पूर्वी राजस्थान में 7 जुलाई और पश्चिमी राजस्थान में 10 जुलाई को हवाओं के रुख में बदलाव होगा और बारिश होना शुरू होगी। गौरतलब है कि करीब 15 दिन पूर्व प्रदेश में मानसून ने एंट्री ली थी। दक्षिण पश्चिम मानसून की उत्तरी सीमा बाड़मेर, भीलवाड़ा और धौलपुर से ही गुजर रही है। परिस्थितियां अनुकूल नहीं होने के कारण मानसून सुस्त पड़ गया है।
मौसम विभाग के मुताबिक जयपुर में अभी मानसून की एंट्री नहीं हुई है। पूर्वी राजस्थान में 7 जुलाई और पश्चिमी राजस्थान में 10 जुलाई को हवाओं के रुख में बदलाव होगा और बारिश होना शुरू होगी। गौरतलब है कि करीब 15 दिन पूर्व प्रदेश में मानसून ने एंट्री ली थी। दक्षिण पश्चिम मानसून की उत्तरी सीमा बाड़मेर, भीलवाड़ा और धौलपुर से ही गुजर रही है। परिस्थितियां अनुकूल नहीं होने के कारण मानसून सुस्त पड़ गया है।
मेघगर्जन के साथ तेज हवा की संभावना
मौसम विभाग ने सोमवार को बांसवाड़ा, चित्तौडगढ़़, धौलपुर,प्रतापगढ़, सिरोही और उदयपुर जिलों में कहीं कहीं पर मेघगर्जन के साथ अचानक 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा की संभावना जताई है। मंगलवार और बुधवार को प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन 8 जुलाई को अलवर, बांसवाड़ा, भरतपुर, बूंदी, दौसा, कोटा, सवाईमाधोपुर जिलों में कहीं कहीं पर मेघगर्जन, वज्रपात के साथ 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चल सकती है।
मौसम विभाग ने सोमवार को बांसवाड़ा, चित्तौडगढ़़, धौलपुर,प्रतापगढ़, सिरोही और उदयपुर जिलों में कहीं कहीं पर मेघगर्जन के साथ अचानक 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा की संभावना जताई है। मंगलवार और बुधवार को प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन 8 जुलाई को अलवर, बांसवाड़ा, भरतपुर, बूंदी, दौसा, कोटा, सवाईमाधोपुर जिलों में कहीं कहीं पर मेघगर्जन, वज्रपात के साथ 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चल सकती है।
तापमान में आई गिरावट
रविवार को प्रदेश के विभिन्न भागों में दिन के तापमान में हल्की गिरावट रिकॉर्ड की गई। बीकानेर, चूरू,श्रीगंगानगर, पिलानी, चित्तौडगढ़़, फलौदी, सवाई माधोपुर,धौलपुर, करौली, पाली के अतिरिक्त अन्य शहरों का दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से कम रहा। सबसे अधिक तापमान चित्तौडगढ़़ का 43.3 डिग्री सेल्सियस रहा।
रविवार को प्रदेश के विभिन्न भागों में दिन के तापमान में हल्की गिरावट रिकॉर्ड की गई। बीकानेर, चूरू,श्रीगंगानगर, पिलानी, चित्तौडगढ़़, फलौदी, सवाई माधोपुर,धौलपुर, करौली, पाली के अतिरिक्त अन्य शहरों का दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से कम रहा। सबसे अधिक तापमान चित्तौडगढ़़ का 43.3 डिग्री सेल्सियस रहा।