जंतर-मंतर में वायु परीक्षण के दौरान हवा पूर्व से पश्चिम की ओर बही। इसे ज्योतिषाचार्यों ने सुवृष्टि का संकेत बताया। डॉ. लता श्रीमाली, पं. केदार दाधीच, डॉ. मुकेश शर्मा, पं. ललित शर्मा, पं. मोहनलाल शर्मा, पं. शिवदत्त शर्मा, पं. रामेश्वर शर्मा, पं. चन्द्रशेखर दाधीच आदि ने वायु परीक्षण किया, इसमें विद्वानों ने सामान्य से अधिक वर्षा के योग होना बताया।
Heavy Rain In Rajasthan: श्रेष्ठ वर्षा के साथ सुख-समृद्धि दायक
वर्ष के 4 स्तम्भों में अन्न व वायु स्तम्भ पूर्णता लिए हुए हैं। ज्योतिषाचार्य पं. दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि अन्न व वायु स्तम्भ पूर्णता लिए हैं, वहीं जल व तृण स्तम्भ की उपलब्धता श्रेष्ठतादायक है। ये सभी वर्षा, अन्न व चारे की उपलब्धता दर्शा रहे हैं। वहीं वायु का पूर्व से पश्चिम की ओर बहना भी श्रेष्ठ वर्षा के साथ सुख-समृद्धि दायक है। अन्न स्तम्भ – 100%
वायु स्तम्भ – 90.57 %
जल स्तम्भ – 37.17%
तृण स्तम्भ – 21.86%
वायु स्तम्भ – 90.57 %
जल स्तम्भ – 37.17%
तृण स्तम्भ – 21.86%
Rajasthan Rain: राजस्थान में श्रेष्ठ वर्षा होने का अनुमान
शास्त्रीनगर स्थित स्थित साइंस पार्क में वायु परीक्षण स्वामी रामरतन देवाचार्य की अध्यक्षता में हुआ। संयोजक डॉ.रवि शर्मा ने बताया कि वायु का वेग पूर्व से पश्चिम दिशा की ओर रहा। इस साल राजस्थान और आसपास के दूसरे राज्यों में श्रेष्ठ वर्षा होने का अनुमान है। श्रावण मास में पांच सोमवार के प्रभाव से राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश आदि में श्रेष्ठ वर्षा होगी। पश्चिमी भारत के कुछ राज्यों में खंडवृष्टि होगी। शर्मा ने बताया कि इस बार रोहिणी का निवास संधि पर है। अतः समयानुकूल खंडवृष्टि या मध्यम वृष्टि के योग बनेंगे।धान्यादि के लिए उत्तम
ज्योतिषाचार्य पंडित चंद्रशेखर ने बताया कि समय का वाहन बैल होने से वर्षा की श्रेष्ठता धान्यादि के लिए उत्तम होगी। प्राकृतिक प्रकोप के आसार ज्यादा रहेंगे। समय का वास धोबी (रजक) के घर होने और वरुण नामक मेघ होने से वर्षा की अनुकूलता रहेगी।ये भी रहे मौजूद
साइंस पार्क में सौरभ, सीमा अग्रवाल, वीरेन्द्र पुराहित, शालिनी सालेचा, भारती चौधरी, दिव्या पारीक, अनिल शास्त्री आदि भी मौजूद रहे।
टिटिहरी ने दिए 3 अंडे भी श्रेष्ठ वर्षा के द्योतक
पिछले दिनों टिटिहरी ने राजस्थान विधानसभा के गार्डन में 3 अंडे दिए थे, उसे भी श्रेष्ठ वर्षा का द्योतक बताया जा रहा है। ज्योतिषाचार्य पं. दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि टिटिहरी अगर विषम संख्या और जमीन के स्तर से उंचाई पर अंडे देती है, तो श्रेष्ठ वर्षा होती है।