गहलोत सरकार ने अपने पहले मंत्रिमंडल विस्तार में केवल एकमात्र महिला विधायक ममता भूपेश को ही मंत्री पद दिया है। 45 वर्षीय ममता भूपेश को सीएम अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट दोनों की करीबी माना जाता है।
ममता भूपेश का जन्म 28 जून, 1973 को ग्राम इस्लापुर, तहसील झुंझुनूं में हुआ। भूपेश के पिता का नाम अमीचन्द भूपेश और माता का नाम सरस्वती भूपेश है। ममता भूपेश का विवाह 12 दिसम्बर, 1994 को डॉ. घनश्याम बैरवा के साथ हुआ। उनके एक पुत्र व एक पुत्री हैं। भूपेश ने महारानी कॉलेज जयपुर से BA एवं विनायका मिशन विश्वविद्यालय सलेम, तमिलनाडु से 2014 में MBA की डिग्री प्राप्त की।
दौसा जिले की सिकराय विधानसभा सीट से विधायक ममता भूपेश अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव हैं। भूपेश के रूप में सिकराय से कांग्रेस की पहली विधायक को मंत्रिमंडल में जगह मिली है।
ममता भूपेश कांग्रेस पार्टी में 26 साल से सक्रिय हैं। वे 1992 से लेकर 1994 तक NSUI की प्रदेश सचिव रहीं। इसके बाद 1995 से लेकर 2000 तक उन्होंने युवक कांग्रेस प्रदेश महासचिव का जिम्मा संभाला।
वे 2000 से 2005 तक प्रदेश कांग्रेस सचिव और 2011 से 2014 तक महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव रही। भूपेश वर्तमान में भी महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव हैं। उन्होंने अपना पहला चुनाव वर्ष 2000 में सिकंदरा से जिला परिषद का लड़ा और जीत दर्ज की। इसके बाद 2003 में दौसा विधानसभा और 2013 में सिकराय से विधायक का चुनाव लड़ा, जिसमें उनको हार का सामना करना पड़ा।
ममता भूपेश विधानसभा चुनाव 2008 में पहली बार विधायक चुनी गई थी, इसी कार्यकाल में उन्हें संसदीय सचिव भी बनाया गया था। ममता भूपेश ने क्षेत्र में स्कूल और कॉलेज सहित कई गांवों में स्कूल खुलवाए। उनका जनता से सीधा जुड़ाव है और वे प्रखर वक्ता हैं।