इनमें अलवर, चूरू, सीकर व भरतपुर शामिल है। अलवर में बसपा के उम्मीदवार का तिजारा में अच्छा खासा वोट बैंक बताया जा रहा है। इस उम्मीदवार को एक प्रमुख राजनीतिक दल अंदरखाने सहयोग भी कर रहा है। वहीं, सीकर में भी बसपा के एक उम्मीदवार ने धोद क्षेत्र में हलचल मचा रखी है। चूरू में दो उम्मीदवार वोटों की मोटी संख्या हथियाने की जुगत में है। इनमें एक निर्दलीय और नेशनल जनमंडल पार्टी का प्रत्याशी है। भरतपुर लोकसभा सीट पर भी बसपा के कार्यकर्ता कामां क्षेत्र में मतदाताओं को साधने का काम कर रहे हैं। इसके लिए प्रत्याशी और कार्यकर्ता दोनों क्षेत्र में सक्रिय हैं।
पांच मुस्लिम उम्मीदवार डटे हुए
प्रदेश में कांग्रेस और भाजपा दोनों ने ही हालांकि इस बार किसी मुस्लिम को उम्मीदवार नहीं बनाया है, लेकिन पांच मुस्लिम उम्मीदवार अपने दम पर चुनावी मैदान में उतरे हैं। चूरू में दो, झुंझुनूं, अलवर और नागौर में एक-एक मुस्लिम प्रत्याशी निर्दलीय लड़ रहे हैं। इनमें से चार निर्दलीय और एक बसपा का प्रत्याशी है।
कहां कितने उम्मीदवार
चूरू 12
बीकानेर 9
सीकर 14
झुंझुनूं 8
जयपुर ग्रामीण 15
जयपुर शहर 13
दौसा 5
अलवर 9
भरतपुर 6
करौली-धौलपुर 4
नागौर 9
गंगानगर 9
49 निर्दलीयों पर दोनों दलों की नजर
पहले चरण में 49 उम्मीदवार भी किस्मत आजमाने के लिए चुनाव मैदान में हैं। इनमें सबसे ज्यादा जयपुर ग्रामीण में हैं। रणनीतिकारों का मानना है कि इस स्थिति से प्रमुख राजनीतिक दलों के कुछ वोट बंटने की संभावना बन रही है। सीकर, जयपुर शहर और चूरू सीट पर भी निर्दलीय प्रत्याशियों की संख्या ज्यादा है। भाजपा और कांग्रेस इन प्रत्याशियों के जरिए अपने प्रतिद्वंद्वी के वोट बैंक में सेंधमारी भी करने का प्रयास कर रही है।