इन लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करें
चिकित्सकों की मानें तो ऐसे बच्चों में गणित के सवाल-जवाब न करना, कक्षा में ध्यान न देना, दूसरे बच्चों के साथ ताल-मेल न बिठाना, लिखने में समझने में दिक्कत होना शुरूआती लक्षणों में शामिल हैं।छोटी क्लास के बच्चों में मिलती हैं ये समस्याएं
शिक्षिका दीक्षा कोठारी ने बताया कि छोटी क्लास के बच्चों में ऐसी समस्या देखी जा सकती है। डिस्लेक्सिया, डिसग्राफिया जैसी समस्याओं से ग्रसित बच्चे शब्दों को भी जल्दी नहीं समझ पाते हैं। चीजों को पहचानने में भी उन्हें दिक्कत होती हैं। यह भी पढ़ें