जयपुर में बारिश में बेबस हैं बेटियां, क्यों…यह जानकर आएगा आपको गुस्सा
Jaipur Daughters Helpless : जयपुर में बारिश ने कमाल कर रखा है। मानसून के इस मौसम में जयपुर की लड़कियों के लिए यह बारिश एक बड़ी मुसीबत बन जाती है। बारिश में बेबस हैं जयपुर बेटियां। क्यों…यह जानकर आएगा आपको गुस्सा।
Jaipur Daughters Helpless : सुनकर अच्छा न लगे पर है यह कड़वा सच। जयपुर में बारिश महिलाओं और युवतियों को जख्म दे रही है। जख्म भी दिल और दिमाग पर। घर से बाहर निकलते या घर पहुंचने के दौरान यदि बारिश आ जाए तो बीच राह वो बेबस हो जाती हैं। कारण बारिश में ऑटो-कैब सेवाएं प्रभावित हो जाती हैं। ऐसे में सड़क पर भीगते हुए इंतजार के अलावा कुछ नहीं किया जा सकता। बस यहीं से मुसीबत शुरू हो जाती है। मनचले फब्तियां कसने या भीगती हुई लड़की का वीडियो बनाना शुरू कर देते हैं। इससे अलग कुछेक तो घर तक ड्रॉप करने का ऑफर तक दे डालते हैं। हद पार कर युवती का हाथ पकड़ बाइक पर बैठाने तक का दुस्साहस कर बैठते हैं। कोई लड़की लिफ्ट का आग्रह स्वीकार कर ले तो उससे छेड़छाड़ शुरू हो जाती है। राजधानी जयपुर की सड़कों पर यह सब खुलेआम हो रहा है। ऐसी शिकायतें आने के बाद पड़ताल की तो कई पीड़िताएं सामने आईं। उनकी आंखों में गुस्सा था। महिला सुरक्षा को लेकर सरकार को भी उन्होंने सवालों के घेरे में लिया।
Case -1 : दो बार महिला हेल्पलाइन पर कॉल किया, पर नंबर लगा नहीं
जोरावर सिंह गेट सुप्रिया, (परिवर्तित नाम) ने बताया कि ऑफिस से निकलते ही बारिशमें स्कूटर खराब हो गया। कैब भी बुक नहीं हुई। एक व्यक्ति ने बड़ी चौपड़ तक लिफ्ट दी। तभी दो मनचले आए और वहां खड़ी दो महिलाओं और एक लड़की को बाइक पर घर छोड़ने का ऑफर देने लगे। उनमें से एक युवक नशे में लगा। हालांकि उन्हें किसी ने नहीं टोका। घुटनों तक भरे पानी में चलना मुश्किल हो रहा था। मैंने एक अन्य युवक से लिफ्ट ली…थोड़ी दूर जाकर वह भी अश्लील हरकत करने लगा। जोरावर सिंह गेट पर स्कूटर रुकवाया और पैदल ही चल दी। थोड़ी दूर जाने पर चार लड़के एक के बाद एक बाइक लेकर लगातार पीछे चलते रहे और कहते रहे ’’मैडम हम छोड़ देते हैं, देखो पूरी भीग गई…अकेले कैसे मैनेज करोगी।’’ अगले ही पल दो लड़के साथ चलने लगे और एक ने हाथ पकड़ने की कोशिश की। उन्हें धक्का देकर वहां से निकली और एटीएम बूथ में छिप गई। दो बार महिला हेल्पलाइन पर कॉल किया, लेकिन नंबर लगा नहीं। कुछ देर बाद एक अन्य युवक ने घर छोड़ा।
रामगढ़ मोड़ निवासी अमृता (परिवर्तित नाम) ने बताया कि ऑफिस से शाम 7.15 बजे निकली और बस से बड़ी चौपड़ पहुंची। बारिश के कारण कोई ई-रिक्शा रामगढ़ मोड़ जाने को तैयार नहीं था। वॉक करते हुए सुभाष चौक पहुंची। आमेर रोड़ पर शराब की दुकान है, जहां 7-8 नशेड़ी बैठे थे। उनमें से दो आदमी आए और बोले ’हम कुछ मदद कर दें मैडम?’ उसके बाद वहीं से दो युवक पीछे-पीछे आने लगे। इस दौरान 1090 पर कई बार कॉल किया लेकिन नंबर व्यस्त ही आता रहा। राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के सामने कुछ मनचले अलग-अलग बाइक पर घूम रहे थे, जो अश्लील इशारे कर रहे थे। बाइक कभी तेज तो कभी बराबर से निकाल रहे थे। ऐसे में कई लोगों से मदद मांगी लेकिन किसी ने कोई मदद नहीं की। उस रात करीब 11 बजे घर पहुंची। उसके बाद से मैं राजधानी की सड़कों पर बारिश में खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रही हूं।
कैसे होगी महिलाओं की सुरक्षा?
शहर में महिला सुरक्षा के लिए निर्भया स्क्वॉयड तैनात हैं। भारी बारिश, विधानसभा सत्र चल रहा हो या फिर कहीं ट्रैफिक जाम हो, इसमें निर्भया स्क्वॉयड की भी ड्यूटी लगा दी जाती है। पिछले गुरुवार को शहर में भारी बरसात हुई, उस दौरान 90 निर्भया स्क्वॉयड को विधानसभा, 50 से अधिक को ट्रैफिक व्यवस्था में और 16 को पीसीआर में तैनात कर दिया था। शेष टीम की अलग-अलग क्षेत्रों में ड्यूटी थी। ऐसे में महिलाओं की सुरक्षा कैसे होगी?
इन नम्बरों पर तुरंत करें कॉल – निर्भया स्क्वॉयड एसआइ
निर्भया स्क्वॉयड एसआइ सुनिता चौधरी ने बताया कि जयपुर शहर में बालिकाएं और महिलाएं तत्काल मदद के लिए 8764866090, 8764866091, 8764866092, 8764866093, 8764866094 व्हाट्सऐप हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें।