पुलिस के अनुसार, इस अपराध के पीछे मुख्य आरोपी गोपाल शर्मा था, जिसने सरोज बंसल के परिवार की आंतरिक जानकारी जुटाकर इस वारदात को अंजाम दिया। गोपाल ने अपने दो सहयोगियों, बजरंग लाल और दीन मोहम्मद के साथ मिलकर लूट और हत्या की साजिश रची। साथ ही लक्की और शाहरुख अंसारी को भी इस योजना में शामिल किया गया।
जांच के दौरान पुलिस ने पता लगाया कि गोपाल ने मृतक की देवरानी को अपनी मुंह बोली बहन बना रखा था। इस बहाने वह परिवार की बातचीत सुनता और महत्वपूर्ण जानकारी जुटाता था। उसे विश्वास था कि बिजनेसमैन गोविंद बंसल के घर में लूट से भारी रकम हासिल हो सकती है।
वारदात के दिन पांचों आरोपियों ने मिलकर घर में घुसपैठ की और विरोध करने पर सरोज बंसल की हत्या कर दी। लूटपाट के बाद सभी आरोपी भागने की कोशिश में थे, लेकिन पुलिस की सतर्कता ने उन्हें जल्द ही पकड़ लिया। गिरफ्तारी के दौरान लक्की और शाहरुख भागने के प्रयास में गड्ढे में गिर गए, जिससे उनके पैर में फ्रैक्चर हो गया।
विद्याधर नगर के एसएचओ राकेश ख्यालिया के नेतृत्व में पुलिस टीम ने सभी आरोपियों को मौके पर ले जाकर घटना की पुनः पुष्टि कराई। पुलिस ने सभी से पूछताछ कर लूट के सामान की बरामदगी भी सुनिश्चित की।