सांस की नली बची, 10 टांके आए
एसएमएस अस्पताल के ट्रोमा सेंटर के इंचार्ज डॉ. अनुराग धाकड़ ने बताया कि मांझे से कटने की वजह से सुरेन्द्र कुमार पहाड़िया (43 वर्ष) की गर्दन में दस टांके आए हैं। बस उसकी सांस की नली बच गई। उधर, जवाहर नगर निवासी लाजवन्ती का भी चाइनीज मांझे की चपेट में आने से गला कट गया। परिजन ने शुक्रवार देर रात उसे एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया जहां उसकी सर्जरी की गई। उसके गले पर 18 टांके आए हैं।
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31 जनवरी तक रहेगी रोक
जयपुर में चाइनीज मांझे के इस्तेमाल पर पूरी तरह से बैन लगा दिया गया है। पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बाजार में बेचे जाने वाले जानलेवा मांझे पर रोक लगाने के आदेश जारी किए। पुलिस कमिश्नर जोसफ ने कहा मकर संक्रांति पर बाजार में प्लास्टिक, सिंथेटिक पदार्थ, लोहा-कांच व विषैले पदार्थ से बने मांझे की खरीद व बिक्री पर रोक लगाई है। धारा 144 के तहत इस संबंध में आदेश जारी किए गए हैं। यह आदेश 31 जनवरी तक लागू रहेगा।
इनका रखें ध्यान
– चाइनीज मांझे से पतंग न उड़ाएं।
– चाइनीज मांझा खरीदना और बेचना कानूनी अपराध है।
– वाहन चालक हेलमेट और मफलर का प्रयोग करें।
पतंगबाजी का गढ़ है जयपुर
जयपुर पतंगबाजी का गढ़ है। जयपुर का हांडीपुरा बाजार पतंग-डोर का प्रदेश का सबसे बड़ा बाजार है। हांडीपुरा बाजार में पतंगों की दो सौ से ज्यादा छोटी-बड़ी दुकानें हैं। इसके अलावा चारदीवारी के किशनपोल बाजार, अजमेरी गेट, जौहरी बाजार, घाटगेट, सूरजपोल बाजार, चांदपोल बाजार में पतंगों की सैकड़ों दुकानें हैं। पुलिस इसका ध्यान रखेगी कि किसी भी दुकान पर चाइनीज मांझा नहीं बिके।
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